सादगी | GHazal Saadgi

सादगी ( Saadgi )   अब नुमाइश की हुकूमत और हारी सादगी हम को तो हर तौर ले डूबी हमारी सादगी। रंग से खुशबू धनक से फूल जुगनू...

कसाई हाथ बछिया

कसाई हाथ बछिया   कउने संग पगहा धरउला ये बाबूजी, कइसन हम्में दुलहा खरीदला ये बाबूजी। धन कै बड़ा लोभी बाटें हमरो ससुरवा, सासु औ ननद रोज खानी मोर...

मतदान का अधिकार | Kavita Matdan ka Adhikar

मतदान का अधिकार ( Matdan ka Adhikar )   लोकतंत्र देश हमारा। है संविधान सर्वोपरि देश का। देकर मतदान अधिकार, मान बढ़ाया जनशक्ति का।। जो बालिग हो वह, देकर अपना...

मत प्रणय अनंत | Kavita Mat Pranay Anant

मत प्रणय अनंत ( Mat Pranay Anant )   मत प्रणय अनंत, ई वी एम को निहार कर लोकतंत्र नव यौवन अंगड़ाई, मतदाता उर भाव नवल । उत्सविक प्रभा...

निवेदन | Kavita Nivedan

निवेदन ( Nivedan ) निवेदन है धरा से मत हो वीराना , अरदास है ईश से भूलें न कृपाना, आह्वान है आकाश सै रंग नीलिमा न बदलना, गुजारिश है बादलों से वर्षा अमृत न भूलना, आरजू है आदमी से आदिमकाल न जाना।शेखर कुमार श्रीवास्तव दरभंगा(...

सबको मतदान करना पड़ेगा | Purnika Sabko Matdan Karna Padega

सबको मतदान करना पड़ेगा   बात मानो हमारी सारी जनता। वोट डालने तो जाना पड़ेगा।। ये जो अधिकार सबको मिला है। यही कर्तव्य निभाना पड़ेगा।। चाहे लाखों हों काम वोट...

अकेलापन | Hindi Poem Akelapan

अकेलापन ( Akelapan )   अकेलेपन का ज़हर जो पी रहे हैं, साँस थमने की आस में जी रहे हैं, कुछ बातें होती हैं जो कहनी होती है, अनकहे...

तमाशा | Kavita Tamasha

तमाशा ( Tamasha )   कौन कहता है आईने झूठ नहीं बोलते वे चेहरे के पीछे की परतों को कहाँ खोलते हैं दिये गये सम्मान में भी दिली सम्मान कहाँ...

मां- पिता | Kavita Maa Pita

मां- पिता  ( Maa Pita )   मां जान है तो , पिता आत्मा है, आत्मा जब रोती है तो , जान निकल जाती है। जीने के लिए , मानव को चाहिए...

लोकतंत्र अभयदान | Kavita loktantra Abhaydan

लोकतंत्र अभयदान लोकतंत्र अभयदान,शत प्रतिशत सही मतदान मतदान लोकतांत्रिक व्यवस्था, सशक्त नागरिक अधिकार । अवसर सर्वश्रेष्ठ नेतृत्व चयन, राष्ट्र भविष्य अनूप श्रृंगार । योग्य दक्ष आदर्श प्रतिनिधि, सहर्ष प्राथमिकता सदा आह्वान। लोकतंत्र...