Monthly Archives: March 2021

Kavita अनमोल धरोहर

अनमोल धरोहर ( Anmol Dharohar )   बेटी हैं अनमोल धरोहर, संस्कृति और समाज की। यदि सभ्यता सुरक्षित रखनी, सींचो मिल सब प्यार से ।।   मां के पेट से बन न...

Ghazal गए छोड कर वो हमें एक पल में

गए छोड कर वो हमें एक पल में ( Gae Chhod Kar Wo Hame Ek Pal Mein )   गए  छोड  कर  वो  हमें  एक  पल में।। लुटा...

Ghazal सांसों में ही आती रोज खुशबू रही

सांसों में ही आती रोज खुशबू रही ( Sanson Mein Hi Aati Roj Khushboo Rahi )   सांसों में ही आती रोज़ ख़ुशबू रही इसलिए याद दिल को...

Kavita धीरे-धीरे

धीरे-धीरे ( Dhire Dhire )    साजिश का होगा,असर धीरे-धीरे। फिजाँ में घुलेगा ,जहर धीरे-धीरे।  फलाँ मजहब वाले,हमला करेंगे, फैलेगी शहर में,खबर धीरे-धीरे।  नफरत की अग्नि जलेगी,हर जानिब, धुआँ-धुआँ होगा,शहर धीरे-धीरे।  मुहल्ला-मुहल्ला में,पसरेगा...