Monthly Archives: April 2021
मुक्तक | Muktak
मुक्तक
( Muktak )
1
सच जो लिख न सके वो कलम तोड़ दो,
ये सियासत का अपने भरम तोड़ दो,
इन गुनाहों के तुम भी गुनहगार हो,
यार सत्ता ...
शर्मनाक स्थिति | Kavita
शर्मनाक स्थिति
( Sharmanak sthiti )
ऐसे पिट रहा है साहेब का विदेशों का डंका,
आग लगा के रख दी स्वयं की लंका।
शवों पर चढ़ शान से...
यादें | Kavita
यादें
( Yaaden )जाती है तो जाने दों,यह कह नही पाया।
नयनों के बाँध तोड़ के, मैं रो नही पाया।
वर्षो गुजर गए मगर, तू याद है...
Ummeed Shayari in Hindi | उम्मीदों का साथ ना छोड़ो
उम्मीदों का साथ ना छोड़ो
( Umeedon ka sath na chhodo )
कैसी लहर दुबारा आई
काली रात अमावस छाई
महामारी ये कहर कोरोना
संघर्ष में ना धीरज खोना
दिल...
महामारी | Kavita
महामारी
( Mahamari )
विकट समय में आज परीक्षा मानवता के नाम की
चंद सांसों का खेल सारा संपदा किस काम कीभूखे को भोजन मिल जाए क्या...
जलवायु परिवर्तन के कारण और संभावित परिणाम | Essay In Hindi
निबंध : जलवायु परिवर्तन के कारण और संभावित परिणाम
( Causes and possible consequences of climate change : Essay In Hindi )
प्रस्तावना (Introduction) :-
किसी भी स्थान...
हल्ला बोल | Kavita
हल्ला बोल
( Halla Bol )
बोल मजूरे, हल्ला बोल !
खोल के रख दे सबकी पोल
सारी दुनिया हो रही डाँवाडोल
सोई जनता की आँखें खोल
बोल मजूरे, हल्ला...
ऐसा कौन करता है | Kavita
ऐसा कौन करता है?
( Aisa kon karta hai )
तीव्र ज्वर में,
भीषण दर्द में।
घर में घर पर ही-
जो कोई अपना पुकारे,
क्या छोड़ देंगे उसे ईश्वर...
Judai Shayari | उम्र भर के लिए अजनबी हो गये
उम्र भर के लिए अजनबी हो गये
( Umar bhar ke liye ajnabi ho gaye )
उम्रभर के लिए अजनबी हो गये!
हम जुदा जीवन भर ऐसे...
कर्म ही धर्म है | Karm hi Dharam
कर्म ही धर्म है
( Karam hi dharam hai )
मैं धार्मिक आदमी हूं
मुझे पसंद है
मिट्टी की मूर्तियां मंदिर मस्जिद-
गिरिजा गुरूद्वारा बनाना
स्तुतियां करना
धार्मिक परंपराओं को निभाना
टीवी...