Monthly Archives: April 2021
Nice Ghazal | कुछ भी नहीं
मरासिम अब हाँ! कुछ भी नहीं
( Maraasim ab haan! kuchh bhi nahin )
मरासिम अब हाँ! कुछ भी नहीं
पर कहने से होता कुछ भी नहीं
ज़ेहन...
जानेमन | Hindi Kahani
उर्मि के कदमों में आज तेजी थी। हर दिन से आज 10 मिनट देर से थी वह। सुबह वह भूल ही गयी थी कि...
Udashi Bhari Shayari | प्यार में आज़म कब वो वफ़ा दें...
प्यार में आज़म कब वो वफ़ा दें गया
( Pyar Me Azam Kab Wo Wafa De Gaya )
प्यार में आज़म कब वो वफ़ा दें गया
इस...
जीवन में अनुशासन का महत्व | Essay In Hindi
निबंध : जीवन में अनुशासन का महत्व
( Importance of discipline in life : Essay In Hindi )
प्रस्तावना (Introduction) :-
अनुशासन मानव जीवन में बहुत ही...
Kavita Corona ka Kahar | कोरोना का कहर
कोरोना का कहर
( Corona ka kahar )
हर सिम्त चल रही है,बस मौत की हवा।
थम जाये कोरोना, अब कीजिए दुआ।
संकट में नौकरी है,दहशत में ज़िन्दगी,
आई...
शौर्य | Kavita
शौर्य
( Shaurya )
बढ़ चले मतवाले रण में
पराक्रम दिखलाने को
अरि दल से लोहा लेने को
वंदे मातरम गाने को
वीर वसुंधरा जननी वीरों की
शौर्य साहस से भरपूर
बारूद...
Ghazal | तू तल्ख़ करनी मुझसे बात छोड़ दें
तू तल्ख़ करनी मुझसे बात छोड़ दें
( Tu talkh karni mujhshe baat chhod den )
तू तल्ख़ करनी मुझसे बात छोड़ दें!
करनी ग़मों की ये...
मजबूरी/ लाचारी | Kavita
मजबूरी/ लाचारी
( Majboori )
सबको रखना दूरी है
यह कैसी मजबूरी है
कालचक्र का कैसा खेल
कोई शक्ति आसुरी है
मजदूर आज मजबूर हुआ
थककर चकनाचूर हुआ
लहर कोरोना कैसी आई
अपनों...
पाज़िटिव कविता! | Vyang
पाज़िटिव कविता!
( Positive Kavita : Vyang )
कोरोना नहीं है
कोरोना नहीं है
रोना नहीं है
रोना नहीं है
आॅक्सीजन की कमी नहीं है
फैक्ट्रियों में पड़ी हुई हैं
बहुत सारी...
आजमाया करें | Kavita
आजमाया करें
( Aajmaya Karen )
बेवजह बात को ना बढाया करे,
मुझसे जब भी मिले मुस्कुराया करे।
सारी दुनिया के रंजो व गम भूल कर,
दो घडी आँख...