Monthly Archives: May 2021
कान्हा चले आएंगे | Chhand
कान्हा चले आएंगे
( Kanha chale aayenge )
( मनहरण घनाक्षरी छंद )
मन में विश्वास रखो
हृदय में आस रखो
जगत के स्वामी खुद
दौड़े चले आएंगे
मोहन मुरली धारी
सुदर्शन...
समय का कालखंड | Kavita Samay ka Kalkhand
समय का कालखंड
( Samay ka kalkhand )
समय की महत्ता जो समझे
वही है बलवान,
समय के संग चलनेवाला
होता है धनवान।
सु अवसर पाकर
जो कर्म से मुकर जाता...
बता दो सब मेरी खता मुझको | Ghazal Meri Khata
बता दो सब मेरी खता मुझको
( Bata do sab meri khata mujhko )
बता दो सब मेरी खता मुझको,
दूर रहकर न दो सजा मुझको।।
टूट जाउंगा...
प्रभु वंदना | Prabhu Vandana
प्रभु वंदना
( Prabhu Vandana )
( मनहरण घनाक्षरी छंद 8,8,8,7 वर्ण )
दीनबंधु दीनानाथ
सबका प्रभु दो साथ
संकट हर लो सारे
विपदा निवारिये
रण में पधारो आप
जनता करती जाप
सारथी...
समांं महका दो आज | Chhand
समांं महका दो आज
( मनहरण घनाक्षरी छंद )
गीतों का सजाओ साज
समां महका दो आज
झड़ी बरसाओ ऐसी
धूम होनी चाहिए
खूब गाओ छंद गीत
मुक्त कंठ नव गीत
रस...
मीठी वाणी मीठी बोली | Kavita
मीठी वाणी मीठी बोली
( Mithi vani mithi boli )
एक सैलानी मुझसे बोला क्या करते हो गदेना,
गुठियार में ऐसा क्या है यार तेरे गढ़वाल में।
मुस्कुराते...
सब मिलकर पेड़ लगाये | Geet Sab Milkar Ped Lagaye
सब मिलकर पेड़ लगाये
( Sab milkar ped lagaye )
पेड़ लगाओ सब मिलकर,
जीवन की जंग जीतनी है।
सोचो बिन प्राणवायु के,
मुश्किलें आएंगी कितनी है।।
सोचो समझो मनन...
गर है लिखने का शौक | Kavita
गर है लिखने का शौक
( Gar hai likhne ka shauq )
गर है लिखने का शौक तो कविता चुपचाप चली आती है।
टूटे-फूटे शब्दों में भी...
किसी जादू टोने का ही असर है | Ghazal
किसी जादू टोने का ही असर है
( Kisi Jadoo tone ka asar hai )
किसी जादू टोने का ही असर है!
परेशां इसलिए जीवन मगर है
बहुत...
कौन हूँ मैं | Kavita
कौन हूँ मैं?
( Kaun hoon main kavita )
सहमी सहमी कमजोर नहीं हूं
भीगी भीगी ओस नहीं हूं
आसमान पर उड़ने वाली
चंचल चितवन चकोर नहीं हूँ
कोमल कच्ची...