Monthly Archives: June 2021

कभी अपनों ने ही समझा नहीं है | Udasi Bhari...

कभी अपनों ने ही समझा नहीं है ( Kabhi apno ne hi samjha nahin hai )   कभी अपनों ने ही समझा नहीं है ! दिल उनसे इसलिए...

दीप जलाने होंगे | Kavita

दीप जलाने होंगे ( Deep jalane honge )   दीप  जलाने  होंगे  जोत जलानी होगी शारदे दरबार तेरे अलख जगानी होगी   सिर पर रख दो हाथ मां भर दो...

कड़ी कड़ी कर जुड़ी जो | Suneet Sood Grover Shayari

कड़ी कड़ी कर जुड़ी जो ( Kadi kadi kar judi jo )  कड़ी कड़ी कर जुड़ी जो जंजीर ,बेड़ियां हो गईं पांव जख्मी, हाथ रिसते …सोने का पिंजरा...

महारानी लक्ष्मी बाई | Maharani Laxmi Bai Par Kavita

महारानी लक्ष्मी बाई ( Maharani Laxmi Bai )   आजादी की चिंगारी थी बैरियों पर भारी थी गोरों के छक्के छुड़ाए लक्ष्मी वीर नारी थी   तेज था तलवारों में...

मेरा बचपन | Poetry On Bachpan

मेरा बचपन ( Mera bachpan)   वो रह रह कर क्यों याद आता है मुझे वो मेरा बचपन जो शायद भूल मुझे कहीं खो गया है दूर वो मेरा बचपन…वो पापा...

रात भर नींद नही आयी मुझे | Neend shayari

रात भर नींद नही आयी मुझे ( Raat bhar neend nahi aaye mujhe )  रात भर नींद नही आयी मुझे, तेरी यादों ने जगा रखा था। आज फिर...

आओ चले योग की ओर | Kavita

आओ चले योग की ओर ( Aao chale yoga ki ore )   आओ चले योग की ओर आओ चले योग की ओर तन  मन  अपना चंगा होगा...

प्यार की कब बहार देखी है | Ghazal

प्यार की कब बहार देखी है ( Pyar ki kab bahar dekhi hai )   प्यार की कब बहार देखी है ! नफ़रतों की  दयार देखी है  आ रही...

हम कठपुतली है ईश्वर की | Geet Hum Kathputli

हम कठपुतली है ईश्वर की ( Hum kathputli hai Ishwar ki )   सारी दुनिया रंगमंच है खेल वही दिखलाएगा हम कठपुतली है ईश्वर की चाहे जिसे नचायेगा नीली छतरी वाला...

जामुन | Jaamun Par Kavita

जामुन  ( Jaamun )   देखो काली-काली जामुन  भाए डाली डाली जामुन l कुछ पक्की कुछ कच्ची जामुन  कुछ मीठी कुछ खट्टी जामुन l गुच्छे में खूब लटक रही है बच्चों को...