Monthly Archives: June 2021
ईश वन्दना | Ish Vandana
ईश वन्दना
( Ish Vandana )
कमल पुष्प अर्पित करना, शिव शम्भू तेरे साथ रहे।
इस त्रिभुवन के अरिहंता का,सम्मान हृदय में बना रहे।
आँखों के मध्य पुतलियों...
जब भी चाहेगा तू रूलायेगा | Ghazal
जब भी चाहेगा तू रूलायेगा
( Jab bhi chahega tu rulayega )
इससे ज्यादा भी क्या सतायेगा,
जब भी चाहेगा तू रुलायेगा।।शुकून हवा का इक झोंका है,
अभी ...
आदत | Aadat Kavita
आदत
( Aadat )
मीठा मीठा बोल कर घट तुला तोलकर
वाणी मधुरता घोल फिर मुख खोलिए
प्रतिभा छिपाना मत पर घर जाना मत
सत्कार मेहमानों का हो आदत...
जन्म लेती है ग़ज़ल तो शायरी की कोख से | Ghazal
जन्म लेती है ग़ज़ल तो शायरी की कोख से
( Janm leti hai ghazal to shayari ki kokh se )
जन्म लेती है ग़ज़ल तो शाइरी...
जंगल | Jungle par kavita
जंगल
( Jungle )
कुदरत का उपहार वन
जन जीवन आधार वन
जंगल धरा का श्रृंगार
हरियाली बहार वन
बेजुबानों का ठौर ठिकाना
संपदा का खूब खजाना
प्रकृति मुस्कुराती मिलती
नदी पर्वत अंबर...
सौंदर्य | Saundarya Kavita
सौंदर्य
( Saundarya )
सौन्दर्य समाहित ना होता, तेरा मेरे अब छंदों में।
छलके गागर के जल जैसा, ये रूप तेरा छंदों से।
कितना भी बांध लूं गजलों...
काव्य कलश | Kavya Kalash Kavita
काव्य कलश
( Kavya Kalash )
अनकहे अल्फाज मेरे कुछ बात कुछ जज्बात
काव्य धारा बहे अविरल काव्य सरिता दिन रात
काव्यांकुर नित नूतन सृजन कलमकार सब करते
साहित्य...
उसकी न जाने क्यूँ दिल से याद नहीं जाती | Ghazal
उसकी न जाने क्यूँ दिल से याद नहीं जाती
( Uski na jane kyon dil se yad nahi jati )
उसकी न जाने क्यूँ दिल से...
शैतान चूहे | Bal Sahitya
शैतान चूहे
( Shaitan choohe )
चूहें होते हैं बड़े ही शैतान
चीं-चीं चूँ-चूँ कर शोर मचाते
इधर-उधर उछल-कूद कर
हरदम करते सबको परेशान ।छोटे-छोटे हाथ पैरों वाले
नुकीले धारदार...
कवि सत्य बोलेगा | Kavita
कवि सत्य बोलेगा
( Kavi satya bolega )
देश की शान पर लिखता देश की आन पर लिखता
देशभक्ति दीप जला राष्ट्र उत्थान पर लिखता
आंधी हो चाहे...