Monthly Archives: June 2021
रब्ब सा तू | Poem Rabb Sa tu
रब्ब सा तू
( Rabb sa tu )
तू भ़ी है पोशीदा और
वोह भी नज़र ना आये
हर सांस में है तेरा नाम
रग रग में वो भी...
तुम अगर साथ दो | Geet
तुम अगर साथ दो
( Tum agar saath do )
तुम अगर साथ दो तो मैं गाता रहूं,
लेखनी ले मां शारदे मनाता रहूं।
महके जब मन हमारा...
कशिश | Kavita
कशिश
( Kashish )
एक कशिश सी होती है
तेरे सामने जब मैं आता हूं
दिलवालों की मधुर बातें
लबों से कह नहीं पाता हूं
मन में कशिश रहने लगी
ज्यों...
आज यहां उल्फ़त की टूटी डाली है | Ghazal
आज यहां उल्फ़त की टूटी डाली है
( Aaj yahan ulfat ki tuti dali hai )
आज यहां उल्फ़त की टूटी डाली है !
नफ़रत की दिल...
पर्यावरण || Kavita
पर्यावरण
( Paryaavaran )
नीम की डाली ने चिड़िया से कहा आ जाओ।
रोकर चिड़िया ने कहा मेरा पर्यावरण लाओ।।धुआ ये धूल और विष भरी गैसों का...
पर्यावरण | Paryaavaran par kavita
पर्यावरण
( Paryaavaran )वृक्ष धरा का मूल भूल से इनको काटो ना ,
नदी तालाब और पूल भूल से इनको पाटो ना!
वृक्षों से हमें फल मिलता...
अपनी खुशियों को पंख लगाते हैं | Kavita
अपनी खुशियों को पंख लगाते हैं
( Apni khushiyon ko pankh lagaate hain )
चलो अपनी खुशियों को जरा पंख लगाते हैं।?️
फिर से दोस्तों की गलियों...
आओ हम सब मिलकर के ऑक्सीजन बनातेहैं | Kavita
आओ हम सब मिलकर के ऑक्सीजन बनातेहैं
( Aao hum sab milkar ke oxigen banate hai )
आओ हम सब मिलकर के कसम खाते हैं,
अपने अपने...
अन्नपूर्णा हो तुम घर की | Kavita
अन्नपूर्णा हो तुम घर की
( Annapurna ho tum ghar ki )
संस्कार संजोकर घर में
खूब ख्याल रखे घर का
अन्नपूर्णा हो तुम घर की
घर लगता तुमसे...