Monthly Archives: August 2021

सावन सुहाना आया | छंद

सावन सुहाना आया | Chhand ( Sawan suhana aya ) (  मनहरण घनाक्षरी छंद )   सावन सुहाना आया, आई रुत सुहानी रे। बरसो बरसो मेघा, बरसाओ पानी रे।   बदरा गगन छाए, काले...

रात दिन आंखों में ही नमी ख़ूब है | Ghazal

रात दिन आंखों में ही नमी ख़ूब है ( Raat din aankhon mein hi nami khoob hai )    रात दिन आँखों में ही नमी ख़ूब है यादों...

मित्र | Kavita Dosti par

मित्र ( Mitra )   लम्हे सुहाने हो ना हो। चाहत की बातें हो ना हो। प्यार हमेशा दिल में रहेगा, चाहे मुलाकात हो ना हो।   खुशियों में गम़ मे भी...

नफ़रत की राहें मगर अच्छी नहीं | Nafrat Shayari

नफ़रत की राहें मगर अच्छी नहीं ( Nafrat ki rahe magar achi nahi )    नफ़रत की राहें मगर अच्छी नहीं जीस्त यूं करनी बशर अच्छी नहीं  मत मिला...

कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद

कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद (Katha samrat munshi premchand )  उपन्यास और कहानियों का जब भी जिक्र आता है तो सिर्फ एक नाम ही सामने नजर आता...