Monthly Archives: September 2021
खुदा की लिखी कोई तहरीर तुम हो | Ghazal
खुदा की लिखी कोई तहरीर तुम हो
( Khuda ki likhi koi tahreer tum ho )
खुदा की लिखी कोई तहरीर तुम हो
या किसी भूले ख्वाब...
Vyang | अफसर और सूअर
अफसर और सूअर
( vyang Hindi : Afsar aur suar )
अफसर को सूअर से घिन आती थी । केवल सूअर को सूअर से घिन नहीं...
झोपड़ी में बसते हैं भगवान | Kavita
झोपड़ी में बसते हैं भगवान
( Jhopdi mein baste hain bhagwan )
मेहनत मजदूरी जो करते, सदा चलते सीना तान।
अटल रह सच्चाई पर, सबका करे आदर...
श्राद्ध पक्ष | Shradh Paksha Kavita
श्राद्ध पक्ष
( Shradh Paksh )
पुरखों को सम्मान दें, हैं उनके ही अंश।
तर्पण कर निज भाव से, फले आपका वंश।।
बदला सारा ढंग है, भूल गए ...
आह ग़म की रोज़ मिलती खूब है | Sad ghazal
आह ग़म की रोज़ मिलती खूब है
( Aah gam ki roz milti khoob hai )
आह ग़म की रोज़ मिलती ख़ूब है!
आँखें रहती रोज़ गीली ...
जीएसटी पर निबंध | Essay In Hindi On GST
जीएसटी पर निबंध
( Essay In Hindi On GST )
प्रस्तावना ( Preface ) :-
GST (Goods and Services Tax ) वस्तु एवं सेवा कर का संक्षिप्त नाम...
मोहब्बत उसे भी थी | Prem Kavita
मोहब्बत उसे भी थी
( Mohabbat use bhi thi )
हां मोहब्बत उसे भी थी, वो प्यार का सागर सारा।
उर तरंगे ले हिलोरे, अविरल बहती...
दिल फिदा यूं हुआ देखते देखते | Ghazal
दिल फिदा यूं हुआ देखते देखते
( Dil fida yun hua dekhte dekhte )
दिल फ़िदा यूं हुआ देखते देखते !
बन गया आशना बोलते बोलते
चाहता हूँ...
महल अपनी गाते हैं | Kavita
महल अपनी गाते हैं
( Mahal apni gate hain )
ऊंचे महलों के कंगूरे, आलीशान दमक वाले।
रौब जमाते मिल जाते, चकाचौंध चमक वाले।
मेहनतकश लोगों पर भारी,...
मुकदमा कंप्यूटर पर | Vyang
मुकदमा कंप्यूटर पर
( Vyang : Mukadma computer par )
भोपाल गैस त्रासदी की बरसी मंह बाये मातम के रूप में खडी रहती है । शोक,...