मासिक आर्काइव: सितम्बर 2021
अब किसी से गुलाब मिल जाये | Sad Shayari
अब किसी से गुलाब मिल जाये
( Ab kisi se gulab mil jaaye )
अब किसी से गुलाब मिल जाये !
इक हंसी से ज़नाब मिल...
सौतन | Kavita
सौतन
( Sautan )
कर में सौतन देके गये ब्रजनाथ राधिका रानी के।
खेलते रही अधर पर प्रिय के राज किये मनमानी के।।१
गये श्याम जबसे मथुरा...
महक तेरी मुहब्बत की | Ghazal
महक तेरी मुहब्बत की
( Mehak teri muhabbat ki )
इत्र क्या, गुलाब क्या , खुशबु कैसी,
कहां महक है इस जहान मे , तेरी जैसी
खुदा की...
जगाने कौन आया है | Geet
जगाने कौन आया है
( Jagane kaun aaya hai )
भरी बरसात में मुझको जगाने कौन आया है,
अंधेरी रात में दीपक जलाने कौन आया है।
ये कैसा...
मोहब्बत का जैसे असर लग रहा | Ghazal
मोहब्बत का जैसे असर लग रहा
( Mohabbat ka jaise asar lag raha )
खूबसूरत सुहाना सफर लग रहा।
मोहब्बत का जैसे असर लग रहा।।
राह -ए...
दीवारों के कान | Geet
दीवारों के कान
( Geet : deewaron ke kaan )
कितने घर उजाड़े होंगे, सारे भेद ले जान।
सारी दुनिया ढोल पीटते, दीवारों के कान।
मन की बातें...
श्याम सलोने | Kavita
श्याम सलोने
( Shyam Salone )
राधा को मिल गए श्याम
राधा प्यारी गाती फिरे
राधा जाने लगी
संग गईया चली
श्याम माखन में डुबकी लगाने लगे
संग राधा के...
अब पहली सी बात नहीं है | Kavita
अब पहली सी बात नहीं है
( Ab pehli si baat nahi hai )
कह देते थे खरी खरी पर, पीठ के
पीछे घात नहीं है।
बदल गया...
निबंध: इंटरनेट द्वारा प्रभावित समाज, समृद्ध भारतीय संस्कृति के लिए किस...
निबंध: इंटरनेट द्वारा प्रभावित समाज, समृद्ध भारतीय संस्कृति के लिए किस तरह खतरनाक है
( Essay in Hindi on : How Internet-influenced Society, Dangerous for...
बस गयी दिल में बेबसी इतनी | Sad Poetry
बस गयी दिल में बेबसी इतनी
( Bas gayi dil mein bebasi itni )
बस गयी दिल में बेबसी इतनी!
हो गयी दूर जब ख़ुशी इतनी
वरना रोना...