Monthly Archives: October 2021

दशानन क्यों नहीं मरता है | Dussehra Poem

दशानन क्यों नहीं मरता है ( Dashanan kyon nahin marta hai )   घर-घर में मंथरा बैठी रावण घट घट बसता है महंगाई सुरसा सी हो गई आदमी...

देखो आज राम बन कितने रावण निकलेंगे | Kavita

देखो आज राम बन कितने रावण निकलेंगे ( Dekho aaj Ram ban kitne ravan nikalenge )   देखो ,आज राम बन कितने रावण निकलेंगे जलाने इक काग़ज़ के...

नफ़रतें देख ली है यहां हर घड़ी | Nafrat ghazal

नफ़रतें देख ली है यहां हर घड़ी ( Nafraten dekh li hai yahan har ghadi )    नफ़रतें  देख  ली  है  यहां  हर  घड़ी प्यार की बारिश अब...

सिद्धिदात्री मां | Siddhidatri maan Aarti

सिद्धिदात्री मां ( Siddhidatri maan )   सिंह सवार मां जगदंबे कमलासन विराजित मां सुख समृद्धि यश की दाता सारे संकट हरती मां   सिद्धिदात्री गुण दाता मां भक्तों के...

जय महागौरी | Jai Mahagauri Aarti

जय महागौरी ( Jai mahagauri : Mahagauri Mata Ki Aarti )   जय मां अंबे जय जगदम्बे, जय जननी भवानी। श्वेत  वर्णी  वरदहस्त, सुख दायिनी कल्याणी।   सौम्य  स्वभाव  मुखमंडल, कांति  शक्ति...

विजयादशमी | Vijayadashami Kavita

विजयादशमी ( Vijayadashami kavita ) ( 10 )    जागो रावण आए साल तूझे यूं खामोशी से जलता देख हे रावण,मुझे तो तुझ से इश्क़ हो चला है कभी तो पूछ...

नवरात्रि नव रूप | Navratri kavita

नवरात्रि नव रूप ( Navratri nav roop : Navratri par kavita in Hindi )   आया  माह  क्वार  का  नौ  दिन  गुजै  भक्ति अलग-अलग नौ रूप में पुजै...

मुहब्बत का दिलों में गुल खिला दें | Ghazal

मुहब्बत का दिलों में गुल खिला दें ( Muhabbat ka dilon mein gul khila de )    मुहब्बत का दिलों में गुल खिला दें  हवा  ऐसी  यहां  सबको ...

बेटी और पिता | Beti aur pita par kavita

बेटी और पिता ( Beti aur pita : Kavita )   एक बेटी के लिए दुनिया उसका पिता होता है पिता के लिए बेटी उसकी पूरी कायनात होती...

मन में प्यार जरूरी है | Zindagi par kavita in Hindi

मन में प्यार जरूरी है ( Man mein pyar jaroori hai )   नेह  की  संरिता  बहाए  तो  रसधार  जरूरी है अपनापन अनमोल जताये मन में प्यार जरूरी...