Monthly Archives: December 2021
मुझको मेरी ज़मीं पे रहने दो | Ghazal
मुझको मेरी ज़मीं पे रहने दो
( Mujhko meri zameen pe rehne do )
'हाँ मैं हूँ' इस यकीं पे रहने दो।
मुझको मेरी ज़मीं पे रहने...
मर्यादा | Kavita maryada
मर्यादा
( Maryada )
रामराज में मर्यादा का जो पाठ पढ़ाया जाता था
आचरणों में संस्कारों का रत्न जड़ाया जाता था
मर्यादा पुरुषोत्तम रामचंद्र आज्ञाकारी पुत्र हुए
पिता को...
देखोगे तुम | Kavita dekhoge tum
देखोगे तुम
( Dekhoge tum )
हँसता हुआ मधुमास जो देखे हो तुम तो,
मन के विरह की प्यास भी देखोगे तुम।
आनन्दमय झिझोंर के नाचे हो तुम...
नया साल | Kavita Naya Saal
नया साल
( Naya saal )
रफ्ता रफ्ता गुजर गया वो साल पुराना था
कड़वे मीठे अनुभवों का बड़ा खजाना था
आने वाला साल बाइसवां बेहतर आएगा
स्वागत करें...
खुशियाँ की छांव | Khushiyon ki chhaon ghazal
खुशियाँ की छांव
( Khushiyon ki chhaon )
जीस्त से खुशियाँ की छांव ज़ख्मी रही
रोज़ ग़म की बहुत धूप आती रही
दुश्मनी पे उतर आया है आज...
वंदन माननीय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी | Kavita Atal Bihari...
वंदन माननीय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी
( Vandan mananiy purba pradhanmantri Atal Bihari Vajpayee )
अटल इरादों की हस्ती
अटल बिहारी नाम
जिनके अटल इरादों को
जग करता...
बस्ती का अंतर्राष्ट्रीय साहित्यकार | Vyang
बस्ती का अंतर्राष्ट्रीय साहित्यकार
( Basti ka antarrashtriya sahityakar )
पत्नी वीरता पूर्वक साहित्य का सामना करती है। इस वाक्य के कई अर्थ हो सकते है।...
सपने में इक चेहरा आया | Ghazal
सपने में इक चेहरा आया
( Sapne mein ek chehra aya )
सपने में इक चेहरा आया
कोई बिछड़ा अपना आया
बात करेगा क्या उल्फ़त की
करने वो बस...
सर्द हवाएं | Sard hawayein kavita
सर्द हवाएं
( Sard hawayein )
सर्द हवाएं ठंडी ठंडी तन ठिठुरन सी हो जाती है
कंपकंपी छूटती तन बदन में सर्दी खूब सताती है
ठंडा माह दिसंबर...
बज़्म में ऐसा ख़ूब हुआ | Bazm Shayari
बज़्म में ऐसा ख़ूब हुआ
( Bazm me aisa khoob hua )
बज़्म में ऐसा ख़ूब हुआ
शे'र पे चर्चा ख़ूब हुआकैसे उससे मिलना हो
घर पर पहरा...