Yearly Archives: 2021

मुझको मेरी ज़मीं पे रहने दो | Ghazal

मुझको मेरी ज़मीं पे रहने दो ( Mujhko meri zameen pe rehne do )    'हाँ मैं हूँ' इस यकीं पे रहने दो। मुझको मेरी ज़मीं पे रहने...

मर्यादा | Kavita maryada

मर्यादा ( Maryada )    रामराज में मर्यादा का जो पाठ पढ़ाया जाता था आचरणों में संस्कारों का रत्न जड़ाया जाता था  मर्यादा पुरुषोत्तम रामचंद्र आज्ञाकारी पुत्र हुए पिता को...

देखोगे तुम | Kavita dekhoge tum

देखोगे तुम ( Dekhoge tum )    हँसता हुआ मधुमास जो देखे हो तुम तो, मन के विरह की प्यास भी  देखोगे तुम। आनन्दमय  झिझोंर के नाचे हो तुम...

नया साल | Kavita Naya Saal

नया साल ( Naya saal )   रफ्ता रफ्ता गुजर गया वो साल पुराना था कड़वे  मीठे  अनुभवों  का बड़ा खजाना था   आने  वाला  साल  बाइसवां बेहतर आएगा स्वागत करें...

खुशियाँ की छांव | Khushiyon ki chhaon ghazal

खुशियाँ की छांव ( Khushiyon ki chhaon )    जीस्त से खुशियाँ की छांव ज़ख्मी रही रोज़ ग़म की बहुत धूप आती रही  दुश्मनी पे उतर आया है आज...

वंदन माननीय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी | Kavita Atal Bihari...

वंदन माननीय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ( Vandan mananiy purba pradhanmantri Atal Bihari Vajpayee )    अटल इरादों की हस्ती अटल बिहारी नाम जिनके अटल इरादों को जग करता...

बस्ती का अंतर्राष्ट्रीय साहित्यकार | Vyang

बस्ती का अंतर्राष्ट्रीय साहित्यकार ( Basti ka antarrashtriya sahityakar )  पत्नी वीरता पूर्वक साहित्य का सामना करती है। इस वाक्य के कई अर्थ हो सकते है।...

सपने में इक चेहरा आया | Ghazal

सपने में इक चेहरा आया ( Sapne mein ek chehra aya )    सपने में इक चेहरा आया कोई बिछड़ा अपना आया  बात करेगा क्या उल्फ़त की करने वो बस...

सर्द हवाएं | Sard hawayein kavita

सर्द हवाएं ( Sard hawayein )   सर्द हवाएं ठंडी ठंडी तन ठिठुरन सी हो जाती है कंपकंपी छूटती तन बदन में सर्दी खूब सताती है   ठंडा माह दिसंबर...

बज़्म में ऐसा ख़ूब हुआ | Bazm Shayari

बज़्म में ऐसा ख़ूब हुआ ( Bazm me aisa khoob hua )    बज़्म में ऐसा ख़ूब हुआ शे'र पे चर्चा ख़ूब हुआकैसे उससे मिलना हो घर पर पहरा...