Monthly Archives: January 2022
वतन पर कविता | Poem on homeland in Hindi
हँसता हुआ प्यारा ये वतन देख रहा हूँ
( Hansta hua pyara ye watan dekh raha hoon )
हँसता हुआ प्यारा ये वतन देख रहा हूँ...
भारतीय संविधान पर कविता | Poem on Indian constitution in...
भारतीय संविधान को नमन करता हूं
( Bhartiya samvidhan ko naman karta hoon )
गणतंत्र का वंदन करता चले लोकतंत्र सरकार
भारतीय संविधान को नमन करता हूं...
बसंत | Basant kavita
बसंत
( Basant )
चंचल मन हिलोरे लेता, उमंग भरी बागानों में।
पीली सरसों ओढ़े वसुंधरा, सज रही परिधानों में ।
मादक गंध सुवासित हो, बहती मधुर बयार...
साथ चलो | Kavita saath chalo
साथ चलो
( Saath chalo )
हर हर हर हर महादेव के, नारे के संग साथ चलो।
गंगा के गोमुख से लेकर, गंगा सागर तक साथ चलो।
काशी...
नसीहतें | Nasihaten Chhand
नसीहतें
( Nasihaten )
नसीहतें मां-बाप की
सुन लेना एक बार
जिंदगी सुधर जाए
एतबार कीजिए
भला चाहते आपका
अपने ही देते सीख
बड़ों की नसीहतों को
सम्मान दीजिए
नसीहतें ना दीजिए
कर्म भी जग...
रूपाली डोले के संचालन में सजा हृदयांगन संस्था मुंबई का...
गणतंत्र दिवस के अवसर पर सजी बच्चो और किशोरो की महफिल गूगल मीट पर ।। ढाई घंटे चले इस कार्यक्रम की अध्यक्षता संभाली देहरादून...
ओ भारति माॅं! ओ प्यारी माॅं! | Geet
ओ भारति माॅं! ओ प्यारी माॅं!
( O Bharati maan O pyari maan )
ओ भारति माॅं ! ओ प्यारी माॅं !!
हम तुझ पर हैं बलिहारी...
पावन तीर्थ धाम लोहार्गल | Kavita
पावन तीर्थ धाम लोहार्गल
( Paawan tirth dham lohargal )
सुरम्य वादियों बीच में बसा लोहार्गल तीर्थ धाम
अरावली पर्वतमालाये बहता सूर्यकुंड अविराम
शेखावाटी का हरिद्वार जन मन...
तुम जरा ठहरो | Tum zara thehro
तुम जरा ठहरो
( Tum zara thehro )
तुम जरा ठहरो मुझे कुछ, और बाते करनी है।
दरमियान जो फासलें है, उसको मुझको भरनी है।
एक बार बस...
आजादी के तराने | Azadi ke tarane kavita
आजादी के तराने
( Azadi ke tarane )
क्रांतिकाल में लड़ी वीरों ने आजादी की लड़ाई थी
भारत माता के चरणों में प्राणों की भेंट चढ़ाई थी
हंसते-हंसते...