Monthly Archives: February 2022

बसंत | मनहरण घनाक्षरी | Basant ritu par chhand

बसंत   हर्षाता खुशियां लाया, सुहाना बसंत आया। बहारें लेकर आया, झूम झूम गाइए।   मधुमास मदमाता, उर उमंगे जगाता। वासंती बयार आई, खुशियां मनाइए।   पीली सरसों महकी, खिली कलियां चहकी। फूलों पे भंवरे छाए, प्रेम गीत गाइए।   प्रीत...

घूरती निगाहें | Poem ghoorti nigahen

घूरती निगाहें ( Ghoorti nigahen )   सिर पर तलवारों सी लगती हमको घूरती निगाहें अंगारों से वार सहती रहती अक्सर जीवन राहें   जाने क्यों भृकुटियां तनी नैनो से...

शब्दाक्षर संस्थान, झुन्झुनू राष्ट्रीय कवि चौपाल प्रकाशन, बीकानेर

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर देश की 51 महिला कवयित्रियों का सम्मान एवं काव्य पाठ कार्यक्रम नवलगढ़ में होगा **********सभी महिला कवियत्रियों/साहित्यकारों को प्रणाम, आदाब, नमस्कार...

खूब आंखों में नमी है आजकल| Sad ghazal heart touching

ख़ूब आंखों में नमी है आजकल ( Khoob aankhon mein nami hai aajkal )    हाँ सताती मुफ़लिसी है आजकल ख़ूब आंखों में नमी है आजकल   बढ़ गयी  बेरोजगारी...

मेहंदी की महक | Poem mehndi ki mahak

मेहंदी की महक ( Mehndi ki mahak )   नारी का श्रृंगार मेहंदी चार चांद चमका देती हिना में गुण आकर्षण पिया मन लुभा लेती   रचकर रंग दिखाती है...

वीर छत्रपति शिवाजी | Poem on Chhatrapati Shivaji

वीर छत्रपति शिवाजी ( Veer Chhatrapati Shivaji )   निडर पराक्रमी वीर शिवाजी छत्रपति सम्राट हुए झुके नहीं कहीं वीर सिंह व्यक्तित्व विराट लिये   रणधीर पराक्रमी महायोद्धा महासमर में...

अमर प्रेम की अमर कहानी | Poem amar prem ki amar...

अमर प्रेम की अमर कहानी ( Amar prem ki amar kahani )   एक दीन साधारण सा इंसान पर इरादे थे फौलादीविशाल पर्वत का सीना चीरकर की...

चारागरी हुआ कैसा इलाज़ है | Charagari shayari

चारागरी हुआ कैसा इलाज़ है ( Charagari hua kaisa ilaaz hai )   चारागरी  हुआ  कैसा इलाज़ है अच्छा नहीं हुआ मेरा मिज़ाज है   घर में ही आ गयी...

इक हुंकार | Kavita

इक हुंकार ( Ek hunkar )   हम संघी है….. जन संघी है, भारत जय हो, विजय सोच के रंगी है। हम संघी है.. भगवा है पहचान हमारी, शिव शक्ति मे...

हंसते खिलते फूल | जलहरण घनाक्षरी

हंसते खिलते फूल ( Hanste khilte phool )   हंसते खिलते फूल, कितने प्यारे लगते। हंसते गाते बच्चे भी, चांद सितारे लगते।   मुस्कानों के मोती देखो, खिले फूल गुलाब सा। खुशियां बरसे...