Monthly Archives: February 2022
दहेज | Poem on dowry in Hindi
दहेज
( Dahej )
सोना कहत सोनार से कि,गहना बना द,
और उ गहनवा से, गोरी के सजा द।
गोरी कहे बाबू से कि, सेनुरा दिला द,
सेनुरा के...
सुनो लड़कियों | Hindi Poem Suno Ladkiyon
सुनो लड़कियों
( Suno ladkiyon )
हम मध्यम वर्गीय परिवार की लड़कियांनहीं भर सकती ऊचाईयों तक उड़ान अपनीइनके कांधे का वजह भारी होता है क्यूंकि इन्हें लेकर...
कविता की हूंकार | Poem on kavita ki hunkar
कविता की हूंकार
( Kavita ki hunkar )
कलमकार कलम के पुजारी लोग कवि कहते हैं
सुधारस बहाते कविता का छाये दिलों में रहते हैं
लेखनी ले कवि...