Monthly Archives: May 2022

न्याय हराएको देश | Nepali Sahityik Rachana

न्याय हराएको देश ( Nyaya harayeko desh )    यो आमा बुवा ले दिएको संकार को हार हो, यो व्यक्ति को मात्रै हार हैन, सम्पूर्ण मानव सभ्यता, यो...

मेहनत एक साधना | Mehnat ek sadhana | kavita

मेहनत एक साधना ( Mehnat ek sadhana )   साधना और तपस्या है मेहनत खून पसीना है। कड़ा परिश्रम हौसलों से श्रम से खाना पीना है।   मेहनत एक साधना...

मुश्किलों में | Ghazal mushkilon mein

मुश्किलों में हर पल ही ये वुजूद रहता है ( Mushkilon mein har pal hai ye wajood rahata hai )    मुश्किलों में हर पल ही...

प्यास बुझे तो बुझे कैसे | Pyaas bujhe to bujhe...

प्यास बुझे तो बुझे कैसे ( Pyaas bujhe to bujhe kaise )    प्यास बुझे तो बुझे कैसे , जो आग लगी है पानी से।   मर  रहा  इंसानियत  यहां, धर्म...

बुढ़ापे की देहरी | Budhape ki dehri | Chhand

बुढ़ापे की देहरी ( Budhape ki dehri )मनहरण घनाक्षरी बुढ़ापे की देहरी पे, पग जब रख दिया। हाथों में लकड़ी आई, समय का खेल है।   बचपन याद आया, गुजरा जमाना सारा। बालपन...

किया था प्यार | Ghazal kiya tha pyar

किया था प्यार ( Kiya tha pyar )   किया था प्यार मगर हमनें जताया ही नही। वो कैसे जानती जो हमने बताया ही नही। रहा अफसोस हमेशा ही...

हृदयांगन संस्था मुंबई का पूर्वांचल उत्तर प्रदेश का दौरा

हृदयांगन साहित्यिक संस्था की पूर्वांचल यात्रा जौनपुर, भदोही, वाराणसी, अयोध्याधाम होते हुये वाया लखनऊ कानपुर वापस।। यह यात्रा दिनांक 17 मई 2022 से 21...

जो चला गया | Jo chala gaya | Poem in...

1. जो चला गया   जो चला गया हैं छोड़ तुझे,उस मोह में अब क्या पड़ना हैं। जीवन सूखी बगिया में,  सब रंग तुम्हे ही भरना हैं। आसूं...

है तुझे भी इजाजत | Geet hai tujhe bhi ijazat

है तुझे भी इजाजत ( Hai tujhe bhi ijazat )   उतर आओ चांदनी सी मिल जाए जब भी फुर्सत। महकती वादियों में मिलना, है तुझे भी इजाजत। है...

डाकिया | Chhand dakiya

डाकिया ( Dakiya ) मनहरण घनाक्षरी   सुख-दुख के संदेश, खुशियों के प्यार भरे। डाकिया का इंतजार, होता घर द्वार था।   आखर आखर मोती, चिट्ठी की महक लाता। इक छोटा पोस्टकार्ड, कागज में प्यार था।   चूड़ियों...