Monthly Archives: May 2022
लाय बरस री | Marwadi poem
लाय बरस री
सन सन करती लूंवां चालै आकांशा सूं अंगारा
चिलचिलाती दोपारी म बिलख रहया पंछी सारा
आग उगळती सड़कां तपरी बळती लाय पून चलै
झूळस ज्यायै...
पर्यावरण चेतना | Marwadi Rachna
पर्यावरण चेतना
( Paryavaran chetna )
बिना दरख्तां क आ धरती सूनी सूनी लागै है
आसमान सूं बादळिया भी परै परै ही भागै है
आओ सगळा मिलकै रूंखड़ल्या...
वक्त का एक मसअला हैं हम | Ghazal waqt ka masala
वक्त का एक मसअला हैं हम
( Waqt ka ek masala hai hum )
वक्त का एक मसअला हैं हम !
चल रहा एक काफिला हैं हम!!
मौज...
माँ | Kavita Maa | Mother’s Day 2022 Poem
माँ
( Maa )
जन्मदात्री धातृ अम्बा अम्बिका शुभनाम हैं।
माँ से बढ़कर जगत में न तीर्थ है न धाम हैं।।
नौ महीने उदर में रख दिवस निशि...
रहूँ मैं खुदा की पनाह में | Rahoon main khuda ki...
रहूँ मैं खुदा की पनाह में
( Rahoon main khuda ki panah mein )
रहूँ मैं ख़ुदा की पनाह में
न आऊँ अदू की निग़ाह में...
शब्दों का सफर | Poem shabdon ka safar
शब्दों का सफर
( Shabdon ka safar )
शिकस्त
शिकस्त कर देंगे मंसूबे हम अपने प्यार से।
कह देंगे राज सारे आज अपने दिलदार से।
दुश्मनों से कह दो...
पल पल में जज़्बात बदलते हैं | Ghazal jazbaat
पल पल में जज़्बात बदलते हैं
( Pal pal mein jazbaat badalte hain )
पल पल में जज़्बात बदलते हैं
लोग यहां अब साथ बदलते हैं
लहज़ों में...
कह दो ये | Poem keh do ye
कह दो ये
( Keh do ye )
दूर के ढोल ,सुहाने अच्छे लगते है।
दिल आये तो,बेगाने अच्छे लगते है॥
हंसते हंसते जो फांसी पर झूल गया
हमको...
गैरों से हाथ वो अब मिलाने लगा | Aazam Poetry
गैरों से हाथ वो अब मिलाने लगा
( Gairon se hath wo ab milane laga )
गैरों से हाथ वो अब मिलाने लगा
इस तरह करके वो...
पलके अपनी खोल प्रभु | Poem palke apni khol prabhu
पलके अपनी खोल प्रभु
( Palke apni khol prabhu )
तुमने भेजा है धरती पे क्या होता मेरे साथ प्रभु
पलके अपनी खोल जरा देखो हे मेरे...