Monthly Archives: June 2022

फिर लौट कर नहीं आते | Patriotic poem in Hindi

फिर लौट कर नहीं आते ( Phir laut kar nahin aate )   मर मिटते वो सरजमीं पर समर में शौर्य दिखलाते बलिदानी पथ जाने वाले फिर लौटकर...

पुराने खत | Purane khat | Chhand

पुराने खत ( Purane khat )   मनहरण घनाक्षरी   पुरानी यादें समेटे, पुराने खत वो प्यारे। याद बहुत आते हैं, पल हमें भावन।   शब्द बयां कर जाते, मन के मृदुल भाव। मोती बन दमकते, लगे...

श्याम मेरा बड़ा निराला है | Shyam mera bada nirala hai...

श्याम मेरा बड़ा निराला है ( Shyam mera bada nirala hai )   नटवर नागर मदन मुरारी मोहन मुरली वाला है मेरा श्याम बड़ा निराला है -2   सारे जग...

थोड़े इसके शब्द ले लिये | Nema poetry

थोड़े इसके शब्द ले लिये ( Thode iske shabd le liye )   थोड़े  इसके शब्द  ले  लिये, थोड़े  इसके  भाव। चोरी कर कविता लिख डाली, मूछों पर...

श्रीकृष्ण | Shri Krishna chhand

श्रीकृष्ण ( Shri Krishna )   मनहरण घनाक्षरी   माधव मुरली वाले, गोकुल के घनश्याम। नंदलाल गिरधारी, लीलायें रचाइये।   यशोदा के राजदुलारे, जन जन के सहारे। चक्र सुदर्शन धारी, मुरली बजाइए।   राधा के मोहन प्यारे, जग के तारणहारे। जय...

संगीत जीवन की मुस्कान | Sangeet jeevan ki muskan | Hindi...

संगीत जीवन की मुस्कान ( Sangeet jeevan ki muskan )जलहरण घनाक्षरी   वीणा की झंकार बजे, मधुर लगे संगीत। जीवन की मुस्कान है, सरगम संगीत का।   सुर लय तान प्यारी, मोहन धुन...

जीवन के रंग | Chhand Jeevan ke Rang

जीवन के रंग ( Jeevan ke rang )   सुख दुख आते जाते, पल पल ये मुस्काते। जीवन के रंग बहते, डुबकी लगाइए।   कभी ख़ुशी कभी ग़म, जैसे बदले मौसम। पतझड़ बहारों में, आनंद...

मांँ जीवन की भोर | Maa poem in Hindi

मांँ जीवन की भोर ( Maa jeevan ki bhor )   मांँ तो फिर भी मांँ होती है हर मर्ज की दवा होती। आंँचल में संसार सुखों का...

अनदेखा गरीब | Andekha gareeb

इसलिए मैं हुआ अनदेखा गरीब हूँ! ( Isliye main hua andekha gareeb hoon )    इसलिए मैं हुआ अनदेखा गरीब हूँ! मैं अमीरों में था यूं तन्हा गरीब...

सपनों की गहराई | New kavita

सपनों की गहराई ( Sapno ki gahrai )   कितने  हंसी  ख्वाब, कितने  हंसी  स्वप्न मेरे। सपनों की गहराई, थाह नापने लगे नयन मेरे। मधुर मधुर मीठे मीठे, भावन...