Monthly Archives: July 2022

चल रहीं थीं वहां आतिशबजियाँ | Ghazal aatishbajiyan

चल रहीं थीं वहां आतिशबजियाँ ( Chal rahi thi wahan aatishbajiyan )   चल रहीं थीं वहाँ आतिश बाजियाँ, लोग सब समझे सवेरा हो गया घर से निकले तो...

तेरी मेरी यारी | Poem teri meri yaari

तेरी मेरी यारी ( Teri meri yaari )   होठों की हंसी मुस्कान वो खिलती प्यारी फुलवारी सावन की मस्त बहार है वो जग में तेरी मेरी यारी   विश्वास...

समझा रहा समझदारी से | Ghazal

समझा रहा समझदारी से ( Samjha rahe samajhdari se )   समझा रहा समझदारी से, साकी यह मयखाने में ! गांधीजी का ध्यान रखो सब,पीने और पिलाने में...

जिले का साहित्य इतिहास तैयार करेगी साहित्य अकादमी

छिंदवाड़ा - साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद, मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग भोपाल द्वारा जिले का साहित्यिक गजेटियर (जिले का साहित्य इतिहास) तैयार करने का...

ख़ुदा और मुहब्बत | Ghazal khuda aur muhabbat

ख़ुदा और मुहब्बत ( Khuda aur muhabbat )    आ ज़रा मिलनें मुझे बस एक लम्हे के लिए! आ निभाने आज तू अब हर उस वादे के लिए  हां...

गूंगी शामें | Goongi shaamen | Kavita

गूंगी शामें ( Goongi shaamen )   जाने कैसा आलम छाया खामोशी घर घर छाई है मोबाइल में मस्त सभी अब कहां प्रीत पुरवाई है   गूंगी शामें सन्नाटा लेकर...

जमाने में मेरा हाल | Zamane mein mera haal

जमाने में मेरा हाल ( Zamane mein mera haal )   बदजात जमाने से मेरा हाल न पूछों जो जानना हो कुछ मेरे पास तुम आओ मैं बेहतर बताऊंगा...

सब कुछ बदल गया अब | Kavita sab kuchh badal gaya...

सब कुछ बदल गया अब ( Sab kuchh badal gaya ab )   सब कुछ बदल गया अब तो बदला आलम सारा कहां गई वो प्रीत पुरानी बहती...

अनकही | Poem anakahee

अनकही ( Anakahee )   चलिये ना कुछ बात करें मैं अपने दिल की बात कहूँ कुछ छुपे हुए से राज कहूँ तुम अपने मन की परते खोलो सहज जरा सा तुम...

ढ़ूढ़ने से कही नहीं मिलती | Dhoondne se kahin nahin milti

ढ़ूढ़ने से कही नहीं मिलती ( Dhoondne se kahin nahin milti )    ढ़ूढ़ने से कही नहीं मिलती! ऐ ख़ुदा अब ख़ुशी नहीं मिलती   उम्रभर साथ दे वफ़ाओ से कोई...