Monthly Archives: September 2022

राष्ट्रीय कवि रामधारी सिंह दिनकर | Ramdhari Singh Dinkar par kavita

राष्ट्रीय कवि रामधारी सिंह दिनकर ( Rashtriya kavi Ramdhari Singh Dinkar )    मैं दिनकर का अनुयायी हूं ओज भरी हुंकार लिखूं। देशभक्ति में कलम डुबती कविता की...

राम का राजतिलक | Ram ka Rajtilak

राम राजतिलक : आलेख ( Ram Rajtilak ) राजा दशरथ ने अपने श्वेत केशों को देखकर कहा कि अब मैं वृद्ध हो गया हूं। राम अब...

निखरता भी प्यार में नर बिखरता भी प्यार में | गीत

निखरता भी प्यार में नर, बिखरता भी प्यार में ( Nikharta bhi pyar pyar mein nar, bikharta bhi pyaar mein )   निखरता भी प्यार में नर,...

रावण मारीच संवाद | आलेख

 रावण मारीच संवाद ( Ravan marich samvad )   अपनी बहन शूर्पणखा के नाक कान काट लेने पर बदले की भावना से रावण ने सीता हरण की...

कविता गऊ | Gau mata par kavita

कविता गऊ gau mata par kavita   चीतो के आने से होता अगर विकास ll गायो के मरने पर उड़ता नही परिहास ll पूजते थे गाय को भूल गए इतिहास ll गोशाला मे...

किताबी ज्ञान | Geet kitabi gyan

किताबी ज्ञान ( Kitabi gyan )   जीवन का अनुभव सच्चा है झूठा है अभिमान ढाई आखर प्रेम का सच्चा व्यर्थ किताबी ज्ञान सभ्यता संस्कार जीवन में व्यवहार सिखाते...

शिव | Shiv ji par kavita

शिव ( Shiv )   जो आरम्भ है, अनादि है, सर्वश्रेष्ठ है, जो काल, कराल, प्रचंड है, जिनका स्वरूप अद्वितीय है, जिनका नाम ही सर्वस्व है, शिव है, सदा शिव है। मस्तक...

पुज्य पितर | Kavita pujya pitar

पुज्य पितर ( Pujya pitar )   हे पूज्य पितर देव हमारे कृपा दृष्टि बरसा देना फुलवारी पूर्वज आपकी वरदानों से हरसा देना तुम बसे हो यादों में चित...

अब बहारों से भी डर लगता है | Poem ab baharon...

अब बहारों से भी डर लगता है ( Ab baharon se bhi dar lagta hai )   तूफानों से लड़ते-लड़ते बहारों से भी डर लगता है। रहा नहीं...

जीवन के इस धर्मयुद्ध में | Poem jeevan ke dharmayudh mein

जीवन के इस धर्मयुद्ध में ( Jeevan ke is dharmayudh mein )   जीवन के इस धर्मयुद्ध में, तुमको ही कुछ करना होगा। या तो तुमको लडना होगा,...