दिया काहे बुझ गईल | Diya Kahe Bujh Gayeel Bhojpuri Kavita
दिया काहे बुझ गईल
( Diya kahe bujh gayeel )
दिया काहे बुझ गईल
तेल के कमी से, या पईसा के नमी से
सब केहु कहे सुत गईल
दिया...
Bhojpuri Kavita | Bhojpuri Poetry -बात मानीं देवर जी
बात मानीं देवर जी!
( Baat Mani Devar Jee Bhojpuri Kavita )
*****
(भोजपुरी भाषा में)
------------------------
चाल ऊहे बा
ढाल ऊहे बा
ऊहे बा अबहूं तेवर
बदल गइल बा अब त#...
कबड्डी | Bhojpuri bal kavita kabaddi
" कबड्डी "
(लइकन के कविता)
आव कबड्डी खेली हम,
रेखा के एने ठॆली हम,
दऊड़-दऊड़ के पकड़ी हम,
एने-ओने जकडी हम
शोर मचाई दऊड़ल जाई
उठा पटक हूडदूग मचाई
कबो...
श्मशान | Shamshan par Bhojpuri Kavita
" श्मशान " भोजपुरी कविता
( Shamshan )
चार कंधा पे पड़ाल एगो लाश रहे
फूल ,पईसा के होत बरसात रहे
राम नाम सत्य ह सब केहू कहत...
स्कूल | School par Bhojpuri kavita
स्कूल
( School )
ज्ञान के अंगना में आवऽ,
फिरु से हम पलि बढ़ी
कहीं हिम्मत, कहीं बेहिम्मत,
मिल के हम इतिहास गढ़ी
कबो सर जी के आहट से
चारों ओर...
आयल फगुनवाँ घरे-घरे | Bhojpuri Holi Geet
आयल फगुनवाँ घरे-घरे!
( Ayal fagunwa ghare - ghare )
आयल फगुनवाँ घरे -घरे,
चोलिया भीगै तरे -तरे। (2)
होली है........
बाजै लै ढोल औ बाजै मृदंग,
उड़े ग़ुलाल लोग...
समय | Samay par Bhojpuri Kavita
" समय " भोजपुरी कविता
( Samay par Bhojpuri Kavita )
झकझोर देलऽक दुनिया ओके झोर के
लूट लेलऽक मिठ ओ से बोल के
अउर तुडलक ओके मडोड...
गिर के उठनी | Bhojpuri Kavita Gir ke Uthani
" गिर के उठनी "
( Gir ke uthani )
आज उठे के समय हमरा मिलल
देख हमरा के कवनो जल उठल
खिंच देलक गोंड हमर ऐ तरह...
पहचान | Pahchan par Bhojpuri Kavita
पहचान
( Pahchan )
हम बिगड़ गइल होती
गुरु जी जे ना मरले होते
बाबु जी जे ना डटले होते
भइया जे ना हमके समझइते
आवारा रूप में हमके पइते
बहिन...
चेहरा | Chehra par Bhojpuri Kavita
चेहरा
( Chehra )
कहाँ गेईल ऊ माटी पे से चेहरा
टाटी पे रचल बतावे कुछ गहरा
गांव देहत में लऊके सुनहारा
मिट गईल बा ओपे पहरा
हर टाटी पे...