चक्र समय का चलता रहता | Kavita Chakra Samay ka
चक्र समय का चलता रहता
( chakra samay ka chalta rehta )
इस समय का यही इतिहास है,
कभी आँधी तूफ़ान बरसात है।
कभी धूप और कभी ये...
शीतला माता | Sheetla Mata par Kavita
शीतला माता
( Sheetla Mata )
जय जय जय देवी शीतला हमारी माता,
यह पर्व होली के सात दिनों बाद आता।
आदि ज्योति रानी आशीर्वाद रहें हमेंशा,
बासी...
रंगमयी झाॅंकी में रंग-पंचमी मनातें | Rang Panchami par Kavita
रंगमयी झाॅंकी में रंग-पंचमी मनातें
( Rangmyi jhanki mein rang-panchami manate)
आओं मिलकर हम-सब खेलें रंगों से ये होली,
फाल्गुन के महिनें में करें आओं हम ठिठोली।
भर...
ये रूप रंग ये चाल ढाल | Kavita ye Roop Rang
ये रूप रंग ये चाल ढाल
( Ye roop rang ye chaal dhaal )
ये रूप रंग ये चाल ढाल ये तेवर क्यों नखराले है।
गोरे...
राधा रंग में हुई रंगीली | Kavita Radha Rang mein Hui...
राधा रंग में हुई रंगीली
( Radha rang mein hui rangili )
ये भरी सभा में रागरंग ये मौसम मस्ताना है।
ये मतवाले ये भांग भंग हर...
निर्भीक बनो आक्रामक नहीं | Kavita Nirbhik Bano
निर्भीक बनो आक्रामक नहीं
( Nirbhik bano akramak nahin )
निडर बने निर्भीक बने स्वाभिमानी बन जाए।
आक्रामक स्वभाव उग्र मित्र कभी ना बनाए।
बुलंद हौसलों से बुलंदी...
हां नारी हूं मैं | Nari Poem
हां नारी हूं मैं
( Haan naari hoon main )
पग पग संभल रही ,
कहा किसी परिस्थिति से हारी हूं मैं
निकाल लेती मार्ग खुद अपना
हां नारी...
होली देखो आई रे | Poem Dekho Holi Aayi Re
होली देखो आई रे!
( Holi dekho aayi re )
मल दे अबीर मोहें,
होली देखो आई रे!
तन-मन पे मस्ती छाई रे!
होली देखो आई रे!
नयना से नयना...
मिस्टी सी मुस्कान | Meri Beti Poem
मिस्टी सी मुस्कान
( Misty si muskan )
मिस्टी सी मुस्कान बेटी बनो देश की शान
आसमां की सैर करो तुम उंची उड़ो उड़ान
पंख लगाकर सपनों को...
चीनी है मीठा ज़हर | Chini par Kavita
चीनी है मीठा ज़हर
( Chini hai meetha zehar )
गुड़ सभी खाओ लेकिन यह चीनी कोई न खाओ,
समझो और समझाओं यह बात सबको बताओ।
यही चीनी...