औरत | Poem in Hindi on Aurat

औरत! ( Aurat )    घर को घर देखो बनाती है औरत, रंग - बिरंगे फूल खिलाती है औरत। न जाने कितने खेले गोंद में देवता, उम्रभर औरों के लिए...

निपुण मिशन की ज्योति जलाएं | Nipun Mission par Kavita

निपुण मिशन की ज्योति जलाएं  ( Nipun mission ki jyoti jalayen )   निपुण मिशन की ज्योति जलाएंआओ शिक्षा अभियान चलाएं। अभिभावक संग मिल शिक्षक हमगढ़  भविष्य  बच्चों...

नीलकंठ महादेव | Neelkanth Mahadev par Kavita

नीलकंठ महादेव ( Neelkanth Mahadev )    सारी दुनिया का गरल पी नीलकंठ कहलाए। ध्यान मग्न भोले शंकर शीश जटा गंग बहाए। भस्म रमाए तन पे बैठे हैं गले...

कौन बुझाये | Kavita Kaun Bujhaye

कौन बुझाये! ( Kaun bujhaye )    दुश्मन जो आग लगाए पानी उसे बुझाये, पानी ही आग लगाए उसे कौन बुझाये।   माना यौवन के आगे न चलता जोर किसी...

मदिरालय | Madiralay par Kavita

मदिरालय ( Madiralay )    पड़ा धुत नशे में राही मदिरालय को जाता। लड़खड़ाती जिंदगी है समझ नहीं वो पाता। मय प्याला हाथों में छलके जामो पे जाम। ये कैसी...

खुद से खुद को हारो ना | Motivational Kavita in Hindi...

खुद से खुद को हारो ना ( Khud se khud ko haro na )   थक कर बैठ गया पथ पर क्यों  खुद से खुद को हारो ना, मन...

इतिहास | Itihaas par Kavita

इतिहास ( Itihaas )    तकलीफ तो होती ही है, इतिहास पढ करके मुझे। सब सच पे झूठ को लाद कर, बकवास पढ करके मुझे। तकलीफ तो होती ही...

पाषाण युग | Pashan Yug par Kavita

पाषाण युग ( Pashan yug)    स्वर्ण युग बीता रजत युग वो ताम्र युग चले गए। कलयुग में नर भांति भांति पग पग पे छले गए। पत्थर दिल लिये...

नॉन ह्यूमन इन्फ्लूएंजा वायरस | Influenza par kavita

नॉन ह्यूमन इन्फ्लूएंजा वायरस ( Non human influenza virus )    अब धीरे धीरे आ रहा है यह ऐसा जानलेवा रोग, कोरोना जैसी बीमारी है ये सतर्क रहें...

चल अब घर चल | Children’s Hindi Literature

चल अब घर चल ( Chal ab ghar chal )    चल चल अब घर चल सरपट सरपट घर चल, मत बन नटखट चल झटपट झटपट घर चल। उछल...