शिव पार्वती | Shiva Parvati par Kavita
शिव पार्वती
( Shiv Parvati )
पार्वती में जो सुन्दरता है,
वो शिव के होने से है।
शिव में जो कोमलता है,
वो पार्वती के होने से है।।
गिरिजा...
फूल और कांटे | Kavita Phool Aur Kaante
फूल और कांटे!
( Phool Aur Kaante )
मत बेचो रोशनी अपने मकान की,
कुछ तो लाज रखो दुनिया जहान की।
मिसाइलों की भृकुटी चढ़ा रखा है वो,
कुछ...
आजमाने की खातिर | Ghazal Aazmane ki Khatir
आजमाने की खातिर
( Aazmane ki khatir )
वो अक्सर मुझे आज़माने की खातिर।
जलता रहा खुद जलाने की खातिर।।मुहब्बत में आया तो इक बात समझी,
ये आंखें...
कर्तव्य पथ पर | Kavita Kartavya Path Par
कर्तव्य पथ पर
( Kartavya path par )
मैं डट कर स्थिर खड़ी रहूँगी,
कर्तव्य पथ पर निरंतर चलूंगी।
किसी प्रहार से कोशिश छोडूंगी नहीं।
हाथ किसी के आगे...
माँ कामाख्या देवी | Kamakhya Devi par Kavita
माँ कामाख्या देवी
( Maa Kamakhya Devi )
जो भी मां के द्वारे जाते वो खाली कोई ना आते,
झोली सभी की भर देती है वह कामाख्या...
दादी माँ की मन्नत | Kavita Dadi Maa ki Mannat
दादी माँ की मन्नत
( Dadi maa ki mannat )
माॅंगी जो हमनें मन्नत एक,
रखना ईश्वर हम सबको एक।
यह बैर किसी से हो नही पाएं,
प्रेम-भाव...
लड़की हुई है धीरे से कहने वालों | Hindi Poem Ladki
लड़की हुई है धीरे से कहने वालों
( Ladki hui hai dhire se kahne walon )
अब हमें पहचानो गाॅंवो शहरों में रहने वालों,
कम नही है...
लालच के दुष परिणाम | Lalach par Kavita
लालच के दुष परिणाम
( Lalach ke dushparinam )
सभी की नस- नस में दौड़ता ख़ून हो रहा पानी,
जिंदगी खेलती उसी से जो बेहतर हो खिलाड़ी।
लालच...
ऋतुएँ हैं अनेक पर बसंत ऋतु सर्वश्रेष्ठ | Poem in Hindi...
ऋतुएँ हैं अनेक पर बसंत ऋतु सर्वश्रेष्ठ
( Rituyen hain anek par basant ritu sarvashreshth )
यह बसंत ऋतु लायी फिर से प्यारी सी सुगन्ध,
ये प्रकृति...
हिरण्यकश्यप बना कोरोना | Poem in Hindi on Corona
हिरण्यकश्यप बना कोरोना
( Hiranyakashyap bana corona )
में हूँ वैश्विक महामारी यह कोविड़,
चाईना से आया हूँ में यह कोविड़।
ख़ुद को ऐसा सब बनाओं शोलिड़,
पास नही...