वह बुड्ढा नीम | Kavita woh buddha neem
वह बुड्ढा नीम
( Woh buddha neem )
जो तपस्वी सा खड़ा अचल वो बुड्ढा नीम।
जर्जर सी हवेली हुई डगमग हो रही नींव।
यादों के झरोखों में...
बिन बादल बरसात | Kavita bin badal barsaat
बिन बादल बरसात
( Bin badal barsaat )महक जाए चमन सारे दिल की वादियां घर हमारे।
झूम उठे मेरा मन मयूरा मुस्कुरा उठे चांद वो तारे।
हो...
इज्जत चाहते हो तो इज्जत करो | Kavita izzat
इज्जत चाहते हो तो इज्जत करो
( Izzat chahte ho to izzat karo )
मिले मान मर्यादा हमको दुनिया में सम्मान मिले।
हौसलों को मिले सफलता ना...
कागज के पुतले मत फूंको | Kavita kaagaz ke putle mat...
कागज के पुतले मत फूंको
( Kaagaz ke putle mat funko )
कागज के पुतले मत फूंको मन का अंधियारा दूर करो।
जो दंभ छिपाये बैठे हो...
आज भी हूँ | Kavita aaj bhi hoon
आज भी हूँ
( Aaj bhi hoon )
मैं मर चुका हूं ये कौन कह रहा है,
मैं कल भी कालजयी था आज भी हूं l
मेरा...
लक्ष्मण मूर्छित | Kavita lakshman moorchhit
लक्ष्मण मूर्छित
( lakshman moorchhit )
मेघ समान गर्जना करता हुआ मेघनाथ जब आया।
अफरा-तफरी मची कटक में रचता मायावी माया।
आया इंद्रजीत रणयोद्धा बाणों पर बाण चले...
लंका दहन | Lanka Dahan Par Kavita
लंका दहन
( Lanka Dahan )
जामवंत ने याद दिलाया हनुमत सब बल बुद्धि समाया।
सौ योजन सिंधु कर पारा रामभक्त है बजरंग अवतारा।
सीता माता की सुधि...
मां को शीश नवाते हैं | Kavita maa ko shish navate...
मां को शीश नवाते हैं
( Maa ko shish navate hain )
जिस मिट्टी की मूरति को,गढ़ गढ़ हमी बनाते हैं शाम सुबह भूखे प्यासे,उसको शीश झुकाते...
जोत जले मां | Kavita Jyot Jale Maa
जोत जले मां
( Jyot Jale Maa )
सजा दरबार निराला जोत जले मां अंबे ज्वाला।
सबके दुखड़े हरने वाली कर सोहे मां चक्र भाला।
कालरात्रि तू महागौरी...
तितली बन उड़ जाऊं | Kavita titli ban ud jau
तितली बन उड़ जाऊं
( Titli ban ud jau )
नीले अंबर खुले आसमां तितली बन उड़ जाऊं।
सारी दुनिया घूम के देखूं महकूं और मुस्काउं।
डगर...