राष्ट्रीय कवि रामधारी सिंह दिनकर | Ramdhari Singh Dinkar par kavita
राष्ट्रीय कवि रामधारी सिंह दिनकर
( Rashtriya kavi Ramdhari Singh Dinkar )
मैं दिनकर का अनुयायी हूं ओज भरी हुंकार लिखूं।
देशभक्ति में कलम डुबती कविता की...
कविता गऊ | Gau mata par kavita
कविता गऊ
gau mata par kavita
चीतो के आने से
होता अगर विकास ll
गायो के मरने पर
उड़ता नही परिहास ll
पूजते थे गाय को
भूल गए इतिहास ll
गोशाला मे...
किताबी ज्ञान | Geet kitabi gyan
किताबी ज्ञान
( Kitabi gyan )
जीवन का अनुभव सच्चा है झूठा है अभिमान
ढाई आखर प्रेम का सच्चा व्यर्थ किताबी ज्ञान
सभ्यता संस्कार जीवन में व्यवहार सिखाते...
शिव | Shiv ji par kavita
शिव
( Shiv )
जो आरम्भ है, अनादि है, सर्वश्रेष्ठ है,
जो काल, कराल, प्रचंड है,
जिनका स्वरूप अद्वितीय है,
जिनका नाम ही सर्वस्व है,
शिव है, सदा शिव है।
मस्तक...
पुज्य पितर | Kavita pujya pitar
पुज्य पितर
( Pujya pitar )
हे पूज्य पितर देव हमारे कृपा दृष्टि बरसा देना
फुलवारी पूर्वज आपकी वरदानों से हरसा देना
तुम बसे हो यादों में चित...
अब बहारों से भी डर लगता है | Poem ab baharon...
अब बहारों से भी डर लगता है
( Ab baharon se bhi dar lagta hai )
तूफानों से लड़ते-लड़ते बहारों से भी डर लगता है।
रहा नहीं...
जीवन के इस धर्मयुद्ध में | Poem jeevan ke dharmayudh mein
जीवन के इस धर्मयुद्ध में
( Jeevan ke is dharmayudh mein )
जीवन के इस धर्मयुद्ध में, तुमको ही कुछ करना होगा।
या तो तुमको लडना होगा,...
जब दोस्त बने गद्दार | Kavita jab dost bane gaddar
जब दोस्त बने गद्दार
( Jab dost bane gaddar )
जो हमारे अपने हैं करते बैरी सा व्यवहार
क्या कहे किसी से जब दोस्त बने गद्दार
मित्रता का...
चलो जीते हैं | Poe Chalo Jeete hainm
चलो जीते हैं
( Chalo jeete hain )
चलो ज़िन्दगी जिते हैं
ज़िन्दगी हर पल निकलता जा रहा है
चलो ज़िन्दगी जिते हैं
चस्कियाँ काम है ज़िन्दगी के बोतल...
सृजन के देव विश्वकर्मा | Vishwakarma ji par kavita
सृजन के देव विश्वकर्मा
( Srijan ke dev vishwakarma )
नवसृजन के आदिदेव सृजक विश्वकर्मा महाराज।
अस्त्र-शस्त्र आयुध पूजा साधक करते पूर्ण काज।
कलाकार करे ध्यान आपका झोली...