इंसान बनो | Insan bano kavita
इंसान बनो
( Insan Bano : Kavita )
ये हर तरफ क्या हो गया है,
क्यों हर जगह उदासी का मंजर है ।
लोग छोटी-छोटी बातों पर,
क्यों बेवजह...
प्रकृति से खिलवाड़ मत करो | Poem on prakriti
प्रकृति से खिलवाड़ मत करो
( Prakriti se khilwar mat karo )
१) प्रकृति से खिलवाड़ मत करो, कुछ सोचो अत्याचार न करो
प्रकृति है तो हमारा...
Hindi kavita : मेरी इच्छा
मेरी इच्छा
( Meri ichha : Kavita )
काश हवा में हम भी उड़ते
तितलियों से बातें करते