Keemat par Kavita

कीमत | Keemat par Kavita

कीमत ( Keemat )    बीस साल की कीमत उससे पूछो- जिसनें पूरी नौकरी अकेंले रहकर निकाल दिया। पन्द्रह साल की कीमत उससे पूछो- जिसने एक ही रैंक में नौकरी निकाल दिया हो ।। दस साल की कीमत उससे पूछो- जिसके अब तक बच्चा-बच्ची नही हुआ हो। पाँच साल की कीमत उससे पूछो- जिसके पास…

Kavita Pahla Milan

पहला मिलन | Kavita Pahla Milan

पहला मिलन ( Pahla milan )    मेंरे जीवन की अजीब कहानी मैं सपनों का राजा वह मेरी रानी आज भी याद मुझको वह आती वो भोली सी सूरत जो थी पुरानी याद आता मुझे उनसे पहला मिलन प्यारी-प्यारी वह सुहानी छुअन।। चोरी छुपके जब कभी हम मिलते बोल दो प्यार के वह होल्ले से…

Kavita Mohe Rang de Piya

रंग दे पिया मोहे रंग दे पिया | Kavita Mohe Rang de Piya

रंग दे पिया मोहे रंग दे पिया ( Rang de piya mohe rang de piya )    रंग दे पिया मोहे रंग दे पिया भर पिचकारी रंग खेले पिया फागुनी मौसम फिजाएं खिली मदमस्त मस्तानी हवाएं चली लबों पे तराने दिल खिलने लगे हैं सुर संगीत के प्रिय मिलने लगे हैं मोती बरसने लगे सनम…

Poem Adawat Hai

अदावत है | Poem Adawat Hai

 अदावत है! ( Adawat hai )    रूस से अमेरिका की पुरानी अदावत है, दुनिया की शांति के साथ ये बगावत है। कितनी उम्र तक लड़ना चाहेगा अमेरिका, बताओ,यू.एन.ओ. किस तरह की अदालत है। नकेल नहीं कस पाया उसकी जरूरत है क्या, कहीं न कहीं वो भी विश्व के लिए मुसीबत है। नाइंसाफी हो रही…

Sanwaliya Ji par Kavita

सांवलिया सेठ है दयालु | Sanwaliya Ji par Kavita

सांवलिया सेठ है दयालु ( Sanwaliya seth hai dayalu )   देश के कोने-कोने से जहां पर आतें है कई श्रद्धालु, रोग-कष्ट सबका हर लेते वह सांवरिया सेठ दयालु। विश्व प्रसिद्ध मन्दिर है वह राजस्थान-चित्तौड़गढ़ में, जहां विराजे कृष्ण-अवतार सांवलिया सेठ कृपालु।। जिनका सम्बन्ध बताया जाता है भक्त मीरा बाई से, वें है गिरधर गोपाल…

Kavita Main Hoon Mobile

मैं हूं मोबाइल | Kavita Main Hoon Mobile

मैं हूं मोबाइल ( Main hoon mobile )   मैं हूं एक प्लास्टिक का बॉक्स, आ जाता एक पॉकिट में बस। कोई रखता मुझे शर्ट पाॅकिट, कोई रखता है पेंट की पाॅकिट।। मेरे बिन कोई काम ना चलता, हाथ में नही दिमाग़ ना चलता। सुबह से लेकर शाम हो जाएं, उंगलियाँ मानव लगाता रहता।। मुझको…

Dhara par Kavita

धरा | Dhara par Kavita

धरा ( Dhara )    धरा मुस्कुराई गगन मुस्कुराया खिल गए चेहरे चमन महकाया रंगों से रोशन हुई ये अवनी सारी धरती पे खुशियों का मौसम छाया खेतों में सरसों लहराई पीली ओढ़ ली धरा ने चुनरिया रंगीली महका मधुमास मदमाता आया मस्ती में झूमे समां हरसाया गुलशन सारे लगे फिर महकने प्रेम के मोती…

Corona par Kavita

कोरोना | Corona par Kavita

कोरोना ( Corona )    कोरोना से सबको है लड़ना, लेकिन इससे बिलकुल न डरना। मिलकर हमें इसको है हराना, कोरोना मुक्त भारत देश बनाना।। कोरोना है एक महामारी, आफत आ गई ये बड़ी भारी। जोश-होश से काम सभी लेना, हाथ साफ, दूरी, मास्क लगाना।। इन सब बातों को है अपनाना, पास नही आएगा यह…

Pita ke Upar Kavita

पिता | Pita ke Upar Kavita

पिता ( Pita )  ( 4 ) पिता एक उम्मीद है एक आस है , परिवार की हिम्मत और विश्वास है । बाहर से सख्त अंदर से नर्म है, उनके दिल में दफन कई मर्म है। पिता संघर्ष के आंधियों में हौसलों की दीवार है, परेशानियों से लड़ने को दो धारी तलवार है। बचपन में…

Kavita Bharat Mahan

भारत महान | Kavita Bharat Mahan

भारत महान ! ( Bharat Mahan )    तुम नफरतों से कितना नुकसान कर गए, हिन्दुस्तान थे क्यों पाकिस्तान बन गए। मोहब्बत की मिट्टी का नाम है हिन्दुस्तान, मगर दिये तुम्हारे घाव निशान बन गए। दौलत की हो बारिश ऐसा खुदा करे, लेकिन तू जख्मों की खान बन गए। तरक्की पसंद मुल्क है भारत महान,…