गीले नयन | Geele Nayan

गीले नयन ( Geele nayan )  हो गये गीले नयन, बीता हुआ कुछ याद आया। मूल प्रति तो खो गई, उसका सकल अनुवाद आया। चित्र जो धुंधले हुये थे इक समय...

एक कप चाय गरम | Chai Garam

एक कप चाय गरम ( Ek Cup Chai Garam )   जब भी मिलती हमें चाय-गरम, खुल जाता है यह हमारा करम। निकल जाते अंदरुनी पूरे भरम, हम हो...

जीवन प्रिशा अनूप अनंत | Jeevan Prisha

जीवन प्रिशा अनूप अनंत ( Jeevan Prisha Anup Anant )   मानव जन्म सृष्टि पटल, अलौकिक अनुपम छवि । देवत्व प्रभा मुखमंडल, ओज पुंज सदृश रवि । स्नेह दया सहयोग मूल, सदा...

हम तुम्हारे है सनम | Hum Tumhare Hain Sanam

हम तुम्हारे है सनम ( Hum Tumhare Hain Sanam )   मन में कभी तुम ना लाना प्रियवर ऐसा ये विचार, छोड़ जायेगी हमको ऐसे कर देगी जीवन...

मैं तुम्हें चाहने लगा | Main Tumhe Chahne Laga

मैं तुम्हें चाहने लगा ( Main tumhe chahne laga ) प्रणय अनुबंध पर,मैं तुम्हें चाहने लगा प्रेम पथ जगी लगन , तन मन अथाह मगन । देख दिव्य अक्स...

कीमती | Kimti

कीमती ( Kimti )   जीवन के उलझे धागों के, सुलझे हुए रिश्ते हो, नए मोड़ के फरिश्ते कहलाते हो.. बहुत डर था दिल में, मानो मन को सवालों ने घेरा...

भीगी पलकें | Bheegi Palken

भीगी पलकें ( Bheegi palken )    पलके भीग जाती है, बाबुल की याद में, तन्हाई बड़ी सताती है, अब मायके के इंतजार में।। यह कैसे रीत तूने खुदा है बनाई, बचपन...

राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त | Maithili Sharan Gupt

राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त ( Rashtrakavi Maithili Sharan Gupt )   खड़ी बोली के महत्वपूर्ण एवं प्रथम-कवि थें आप, हिंदी-साहित्य में दद्दा नाम से पहचानें जाते आप। बांग्ला हिन्दी और...

भ्रष्ट नेता | Bhrasht Neta

भ्रष्ट नेता! लहू जनता का पीता ********सभी बड़ी हस्तियां शामिल हैं यहाँ के भ्रष्टाचार में फूटी कौड़ी नहीं दी है जनता ने,किसी को उधार में! लाखों करोड़ों...

चाहत | Chaahat

चाहत ( Chaahat )    चाहत के मौन गलियारों में, नेह का मृदुल स्पंदन उर तरंग नवल आभा, प्रसून सदृश मुस्कान । परम स्पर्शन दिव्यता, यथार्थ अनूप पहचान । मोहक स्वर अभिव्यंजना, परिवेश...