उर तृषा सदा तृप्त | Sada Tript
उर तृषा सदा तृप्त
( Ur trisha sada tript )
उर तृषा सदा तृप्त, नेह से संसर्ग कर
पगडंडियां व्याकुल दिग्भ्रमित,
उच्चवाचन मरीचि प्रभाव ।
सुख समृद्धि मंगलता दूर,
निर्णयन...
साइकिल की सवारी | Cycle ki Sawari
साइकिल की सवारी
( Cycle ki sawari )
स्वस्थ रहना है तो प्यारे लो साइकिल चलाओ।
तंदुरुस्ती का राज अनोखा जीवन में अपनाओ।
साइकिल की करें सवारी प्रदूषण...
अग्नि परीक्षा | Agni Pariksha
अग्नि परीक्षा
( Agni pariksha )
सीता आज भी पूछ रही है,
हे नाथ,
आप तो अवतरित हुए थे,
जगत के कल्याण हेतु,
जगत पिता है आप,
नारायण के अवतार हैं,
फिर...
प्रथम महिला प्रधानमंत्री | Poem in Hindi on Indira Gandhi
प्रथम महिला प्रधानमंत्री
( Pratham mahila pradhanmantri )
बचपन में पुकारते इन्दु प्रियादर्शिनी के नाम,
श्री मती कमला नेहरू इनकी माता का नाम।
श्री जवाहरलाल नेहरू की एक...
पीढ़ी का भविष्य | Pidhi ka Bhavishya
पीढ़ी का भविष्य
( Pidhi ka bhavishya )
चाहते हो यदि रखना सुरक्षित
कल के भविष्य को तुम अपने
तब खोलिए तुम अब आंख अपनी
बदलते दृश्य को भी...
दिव्य पूर्णिमा | Divya Purnima
दिव्य पूर्णिमा
( Divya purnima )
पीयूष पान परम आनंद,जुन्हाई उत्संग में
आश्विन मास दिव्य पूर्णिमा,
अद्भुत अनुपम विशेष ।
चारु चंद्र चंचल किरणें,
रज रज आह्लाद अधिशेष ।
शीर्ष कौमुदी...
अहसास कवि का | Ahsaas Kavi ka
अहसास कवि का
( Ahsaas kavi ka )
जब खिले फूल खुशबू को महकाते है
हाल भंवरो का जो मंडराते है
हर चमन मे उढे जब ये सैलाब...
मेरी प्रार्थना | Meri Prarthana
प्रार्थना
( Prarthana )
पर्वत घाटी ऋतु वसंत में
नभ थल जल में दिग्दिगंत में
भक्ति भाव और अंतर्मन में
सदा निरंतर आदि अंत में
युगों युगों तक तुम्हीं...
तुम मिले | Tum Mile
तुम मिले… सब कुछ मिल गया
( Tum mile sab kuch mil gaya )
तुम मिले बहारें आई समझो सब मिल गया।
चेहरों पे रौनक छाई खुशियों...
पुनीत पर्व शरद पूर्णिमा | Poem in Hindi on Sharad Purnima
पुनीत पर्व शरद पूर्णिमा
( Puneet parva sharad purnima )
ज्योत्स्ना मचल रही,अमिय वृष्टि करने को
षोडश कला सोम छवि,
अनूप कांतिमय श्रृंगार ।
स्नेहिल मोहक सौंदर्य,
अंतर सुरभिमय आगार...