हे कवि | Hey Kavi
हे! कवि
( Hay kavi )
हे कवि! कविता कुछ खास लिखोअंतर्मन का विश्वास लिखोरुक रुक कर कलम चलाओ नाखुल कर अपनी हर बात लिखो तुम कवि...
Vriksh Ki Peeda | वृक्ष की पीड़ा
वृक्ष की पीड़ा
( Vriksh Ki Peeda )
काटकर मुझे
सुखाकर धूप में
लकड़ी से मेरे
बनाते हैं सिंहासन
वार्निश से पोतकर चमकाते हैं
वोट देकर लोग उन्हें बिठाते हैं
वो बैठ...
अम्मा याद आईं | Kavita Amma Yaad Aayi
अम्मा याद आईं
( Amma yaad Aayi )
अबकी होली में
न जाने क्यों
अम्मा याद आईं,
मेरे पास कोई ऐसा भी नंबर होता,
जो उससे भी बात...
नारी हो तुम | Nari par Kavita
"नारी हो तुम "
( Nari ho tum )
जगत मैं आई हो तो,
संसार का कुछ उद्धार करो!
अपने अस्तित्व की एक नई ,
फिर से तुम शुरुआत...
बेटी का घर | Beti ka Ghar
बेटी का घर
( Beti ka ghar )
बेटी का नहीं होता कोई अपना घर न्यारा,
घर चाहे पिता का हो या पति का, होता है पराया।
"पराये...
नार नवेली दूर खड़ी मुख पर घुंघट डाल | Ghunghat
नार नवेली दूर खड़ी मुख पर घुंघट डाल
( Naar naveli door khadi mukh par ghunghat daal )
नार नवेली दूर खड़ी मुख पर घुंघट डाल।
कब...
बोझ स्वाभिमान का | Bojh Swabhiman ka
बोझ स्वाभिमान का
( Bojh swabhiman ka )
भर लिए भंडार ज्ञान का
सर पर लादे बोझ स्वाभिमान का
दब गई बेचारी विनम्रता
संशय हर बात पर अपमान का
बढ़...
स्वागत है नववर्ष तुम्हारा | Swagat hai Nav Varsh
स्वागत है नववर्ष तुम्हारा
( Swagat hai nav varsh tumhara )
( 2 )
स्वागत है नव - वर्ष तुम्हारा !
आओ दूर करो अन्धियारा!
आकर यह संसार बना...
चाँद की आधी रात | Chand ki Aadhi Raat
चाँद की आधी रात
( Chand ki aadhi raat )
शरद की पूर्णिमा की रात में,
पूरे चाँद की आधी रात में,
एक मीठी-सी कविता,
अपने पूरे मन से...
उम्र का बंधन तोड़ दे | Kavita Umar Ka Bandhan
उम्र का बंधन तोड़ दे!
( Umar ka bandhan tod de )
ये गलियाँ, ये चौबारे, मेरे काम के नहीं।
किसी काम के नहीं।
जिन्दगी की कश्ती का...