हे कवि | Hey Kavi

हे! कवि  ( Hay kavi )    हे कवि! कविता कुछ खास लिखोअंतर्मन का विश्वास लिखोरुक रुक कर कलम चलाओ नाखुल कर अपनी हर बात लिखो तुम कवि...

Vriksh Ki Peeda | वृक्ष की पीड़ा

वृक्ष की पीड़ा ( Vriksh Ki Peeda )   काटकर मुझे सुखाकर धूप में लकड़ी से मेरे बनाते हैं सिंहासन वार्निश से पोतकर चमकाते हैं वोट देकर लोग उन्हें बिठाते हैं वो बैठ...

अम्मा याद आईं | Kavita Amma Yaad Aayi

अम्मा याद आईं ( Amma yaad Aayi )   अबकी होली में ‌ न जाने क्यों अम्मा याद आईं, मेरे पास कोई ऐसा भी नंबर होता, जो उससे भी बात...

नारी हो तुम | Nari par Kavita

"नारी हो तुम " ( Nari ho tum )    जगत मैं आई हो तो, संसार का कुछ उद्धार करो! अपने अस्तित्व की एक नई , फिर से तुम शुरुआत...

बेटी का घर | Beti ka Ghar

बेटी का घर ( Beti ka ghar )    बेटी का नहीं होता कोई अपना घर न्यारा, घर चाहे पिता का हो या पति का, होता है पराया। "पराये...

नार नवेली दूर खड़ी मुख पर घुंघट डाल | Ghunghat

नार नवेली दूर खड़ी मुख पर घुंघट डाल ( Naar naveli door khadi mukh par ghunghat daal )    नार नवेली दूर खड़ी मुख पर घुंघट डाल। कब...

बोझ स्वाभिमान का | Bojh Swabhiman ka

बोझ स्वाभिमान का ( Bojh swabhiman ka )   भर लिए भंडार ज्ञान का सर पर लादे बोझ स्वाभिमान का दब गई बेचारी विनम्रता संशय हर बात पर अपमान का बढ़...

स्वागत है नववर्ष तुम्हारा | Swagat hai Nav Varsh

स्वागत है नववर्ष तुम्हारा ( Swagat hai nav varsh tumhara )  ( 2 ) स्वागत है नव - वर्ष तुम्हारा ! आओ दूर करो अन्धियारा! आकर यह संसार बना...

चाँद की आधी रात | Chand ki Aadhi Raat

चाँद की आधी रात ( Chand ki aadhi raat )    शरद की पूर्णिमा की रात में, पूरे चाँद की आधी रात में, एक मीठी-सी कविता, अपने पूरे मन से...

उम्र का बंधन तोड़ दे | Kavita Umar Ka Bandhan

उम्र का बंधन तोड़ दे! ( Umar ka bandhan tod de )   ये गलियाँ, ये चौबारे, मेरे काम के नहीं। किसी काम के नहीं। जिन्दगी की कश्ती का...