हिंद का गौरव-हिंदी | Hindi Diwas ki Kavita
हिंद का गौरव-हिंदी
( Hind ka Gaurav - Hindi )
हिंद का गौरव हिंद का मान
हिंदी हिंद देश की पहचान।
हिमालय सा विशाल प्रसार
हिंद महासागर सा विस्तार।
सहज,सरल,सुगम,समर्थ
भावों...
अपनी हिंदी | Apni Hindi
अपनी हिंदी
( Apni Hindi )
संस्कृत की बेटी है हिंदी
भारत माता के माथे पर
बिंदिया सी सब को भाई है!
भारत राष्ट्र के कई राज्यों से
विदेशों में...
मनभावन है हिंदी | Manbhavan hai Hindi
मनभावन है हिंदी
( Manbhavan hai Hindi )
हिंदी है हमारी शान
स्वाभिमान अभिमान
गागर में सागर का भाव ये जागती है।
पावन है हिंदी
मनभावन है हिंदी
संस्कृत की बेटी...
मत उलझो तुम सवालों में | Mat Uljho
मत उलझो तुम सवालों में
( Mat uljho tum sawalon mein )
क्या सोचेंगे दुनिया वाले, तो रह लेना हर हालों में।
चलते जाना मंजिल को, मत...
शब्दों को गढ़ना सीख लिया | Shabdon ko Gadhana Seekh Liya
शब्दों को गढ़ना सीख लिया
( Shabdon ko gadhana seekh liya )
रंग बदलती दुनिया में हमने भी बदलना सीख लिया।
भाग दौड़ के जीवन में संभल...
दीप | Deep
दीप
( Deep )
न सही विश्वास मेरा,
पूछ ले उस दीप से।
जो रात सारी रहा जलता,
साथ मेरे बन प्रतिबम्ब।।हाल सारा जायेगा कह,
दीप वह जो बुझ गया।
जगने...
निज भाषा | Nij Bhasha
निज भाषा
( Nij Bhasha )
देना ही है यदि मान हिंदी को
बढ़ानी ही है पहचान हिंदी की
क्या होगा एक दिन के मनाने से
दो स्थान इसे...
हिन्दी है अभिमान हमारा | Hindi hai Abhimaan Hamara
हिन्दी है अभिमान हमारा
( Hindi hai abhimaan hamara )
हिन्दी है अभिमान हमारा,
शब्दों का ये खेल है सारा।
स्वर व्यंजन से बना न्यारा,
मातृभाषा ये प्यारा-प्यारा।।
बिना इसके...
आ चले लौटकर फिर उसी गांव में | Poem in Hindi...
आ चले लौटकर फिर उसी गांव में
( Aa chale lautkar phir usi gaon mein )
आ चले लौटकर फिर उसी गांव में।
हरेभरे खेत पीपल की...
फासला | Phasala
फासला
( Phasala )
सोचता हूं उकेरूं आज आपका चित्र
या लिखूं अनाम कुछ भाग्य का लेखा
लिखा तो बहुत कुछ अब तक हमने
फिर भी लगता है...