नसीहतें | Nasihaten Chhand
नसीहतें
( Nasihaten )
नसीहतें मां-बाप की
सुन लेना एक बार
जिंदगी सुधर जाए
एतबार कीजिए
भला चाहते आपका
अपने ही देते सीख
बड़ों की नसीहतों को
सम्मान दीजिए
नसीहतें ना दीजिए
कर्म भी जग...
ख्वाब और ख्वाहिशों के कैदी | Chhand
ख्वाब और ख्वाहिशों के कैदी
( Khwab aur khwahishon ke kaidee )
विधा मनहरण घनाक्षरी
ख्वाबों खयालों में तुम,
समय मत गंवाओ।
हुनर प्रतिभा दिखा,
सफलता पाईये।
स्वप्न सजाकर कोई,
ख्वाहिशों के...
लड्डू | Laddoo par Chhand
लड्डू
( Laddoo )मनहरण घनाक्षरी
गोल मटोल मधुर, मीठे मीठे खाओ लड्डू।
गणपति भोग लगा, मोदक भी दीजिए।।
गोंद मोतीचूर के हो, तिल अजवाइन के।
मेथी के लड्डू खाकर,...
रोजगार | Rojgar chhand
रोजगार
( Rojgar )मनहरण घनाक्षरी छंद
रोजगार नौकरी हो, कारोबार कारीगरी।।
कौशल कलायें कई, काज शुभ कीजिए।।
नौकरी या व्यवसाय, रोजगार काज करो।
परिवार फले फूले, ऐसा काम कीजिए।।
हर...
धीरज | मनहरण घनाक्षरी छंद
धीरज
( Dheeraj )
नर धीरज धारिये, संयम धरे विचार।
धीरे-धीरे बढ़ चलो, ध्वज लहराइये।
धैर्यपूर्वक जो चले, शील गुणी जन जान।
धीरे-धीरे मुखर हो, पहचान पाइए।
धीर अमोध अस्त्र...
अहसास | Ahsas par Chhand
अहसास
( Ahsas )
सुहाना अहसास हो,
मेरे दिल के पास हो।
लगता कोई खास हो,
मन मीत आइए।
मधुर संगीत कोई,
तराना हो प्यार भरा।
जिंदगी के सफर में,
सदा मुस्कुराइए।
महकती बयार...
सावन सुहाना आया | छंद
सावन सुहाना आया | Chhand
( Sawan suhana aya )
( मनहरण घनाक्षरी छंद )
सावन सुहाना आया,
आई रुत सुहानी रे।
बरसो बरसो मेघा,
बरसाओ पानी रे।
बदरा गगन छाए,
काले...
साजन | Virah
साजन
(Saajan )( सायली छंद - विरह )
साजन
सावन आया
प्रेम ऋतु छाया
पुरवा बयार
हर्षाया
मेरा
चंचल मन
पिया अब आजा
तडपत मनवा
मचलत
रतिया
कटती नाहीं
विरह वेदना जाए
याद करे
पछताए
घबराए
नाही आगे
नन्द के लाल
मदन गोपाल
घनश्याम
कवि : ...
आइए प्रभु आइए | Chhand
आइए प्रभु आइए
( Aaiye Prabhu Aaiye )मनहरण घनाक्षरी छंद
लबों की हो मुस्कान भी
पूजा और अजान भी
अंतर्यामी प्रभु मेरे
दौड़े-दौड़े आइए
जग पालक स्वामी हो
हृदय अंतर्यामी हो
हाल...
बेटी | Chhand
बेटी
( Beti )
( मनहरण घनाक्षरी छंद )लक्ष्मी अवतार बेटी
घर का संस्कार बेटी
देश का सम्मान होती
दो दो वंश तारती
शिक्षा की जोत जलाती
घर में रौनक लाती
हुनर...