हमरे देशवा कै दुनिया में मान बा | Hamre Deshwa
हमरे देशवा कै दुनिया में मान बा!
( Hamre deshwa ke duniya me maan ba )
हमरे देशवा कै दुनिया में मान बा,
हम सब कै जान...
बारिश के चढ़ल बा पानी | Barish ke Chadhal ba Pani
बारिश के चढ़ल बा पानी !
( Barish ke chadhal ba pani )
अरे रामा! बारिश कै चढ़ल बा पानी,
करत मनमानी ए हरी। ( 2)
गाँव -शहर...
आयल फगुनवाँ घरे-घरे | Bhojpuri Holi Geet
आयल फगुनवाँ घरे-घरे!
( Ayal fagunwa ghare - ghare )
आयल फगुनवाँ घरे -घरे,
चोलिया भीगै तरे -तरे। (2)
होली है........
बाजै लै ढोल औ बाजै मृदंग,
उड़े ग़ुलाल लोग...
बुढ़िया | Budhiya Bhojpuri Kavita
बुढ़िया
( Budhiya )
दूर झोपड़ी में रहे, बहुत अन्हार।
ओमे से आवत रहे, मरत दिया के प्रकाश!
चारों ओर सन्नाटा ,कईले रहे प्रहार।
लागत रहे पेड़ पौधा अउर...
दिया काहे बुझ गईल | Diya Kahe Bujh Gayeel Bhojpuri Kavita
दिया काहे बुझ गईल
( Diya kahe bujh gayeel )
दिया काहे बुझ गईल
तेल के कमी से, या पईसा के नमी से
सब केहु कहे सुत गईल
दिया...
चेहरा | Chehra par Bhojpuri Kavita
चेहरा
( Chehra )
कहाँ गेईल ऊ माटी पे से चेहरा
टाटी पे रचल बतावे कुछ गहरा
गांव देहत में लऊके सुनहारा
मिट गईल बा ओपे पहरा
हर टाटी पे...
काहे कहेल दुनिया बाटे खराब | Duniya bate Kharab Bhojpuri Kavita
काहे कहेल दुनिया बाटे खराब
( Kahe kahel duniya bate kharab )
दुख के घड़ी में सभे याद आइल
सुख के घड़ी में जब सभे भुलाईल
तब केके...
अनहार | Anhar par Bhojpuri Kavita
"अनहार, दिया आऊर आस "
( Anhar, diya aur aas )
दीया जला देहनी हऽ ओहिजा
काहे से उहवा रहे अनहार
जहवां से कइगो राही गुजरे
जाने कब केहू...
श्मशान | Shamshan par Bhojpuri Kavita
" श्मशान " भोजपुरी कविता
( Shamshan )
चार कंधा पे पड़ाल एगो लाश रहे
फूल ,पईसा के होत बरसात रहे
राम नाम सत्य ह सब केहू कहत...
महल | Mahal Bhojpuri Kavita
महल
( Mahal )
धूल में मिल के सब धूल भईल
का पताका , का सिंघासन कवन भुल भईल
आज दुनिया देख रहल चुप चाप ओके
छप पन्ना में...