हडिया | Haria Bhojpuri Kahani
" हडिया "
( Haria )
एगो गांव में एगो लड़की रहे उ बहुत सुन्दर रहे लेकिन उ बहुत झगडाईन रहे । गांव के सारा...
समोसा | Samosa par Bhojpuri Kavita
समोसा
( Samosa )
आज खड़ा रहनी हम बजार में
भिंड भरल रहे अउर सबे रहे अपना काम में
दुकानदार चिललात रहे हर चिज़ के दाम के
तले एगो...
गिर के उठनी | Bhojpuri Kavita Gir ke Uthani
" गिर के उठनी "
( Gir ke uthani )
आज उठे के समय हमरा मिलल
देख हमरा के कवनो जल उठल
खिंच देलक गोंड हमर ऐ तरह...
पहचान | Pahchan par Bhojpuri Kavita
पहचान
( Pahchan )
हम बिगड़ गइल होती
गुरु जी जे ना मरले होते
बाबु जी जे ना डटले होते
भइया जे ना हमके समझइते
आवारा रूप में हमके पइते
बहिन...
भारत भोजपुरी कविता | Bharat par Bhojpuri Kavita
भारत भोजपुरी कविता
( Bharat Bhojpuri Kavita )
भारत देश हमार, जेके रुप माई समान
चेहरा काशमीर, मुडी हिमालय मुकुट के पहचान
बायां हाथ अरु, आसाम
मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम,...
ताक द हम पे हे भगवान | Hey Bhagwan Bhojpuri Kavita
ताक द हम पे हे भगवान
( Taak da hum pe hey Bhagwan )
अब उब गईल बानी इ जिंदगी से
कहवा बा तोहर ध्यान
हम अग्यानी, मुरख,...
बेचारा | Bechar Bhojpuri Kavita
बेचारा
( Bechara )
जब से गरीबी के चपेट में आइल
भूख, दर्द, इच्छा सब कुछ मराइल
खेलें कुदे के उम्र में
जूठा थाली सबके मजाइल
का गलती, केके कइलक...
लड़कपन | Ladakpan par Bhojpuri kavita
लड़कपन
( Ladakpan )
देखऽ-देखऽ ठेला वाला आइल
ओपे धर के मिठाई लाइल
दु पइसा निकाल के देदऽ
जवन मन करे मिठाई लेलऽ
खुरमा खाजा रसगुल्ला राजा
इमरति अउर चन्दकला बा...
जरल | Jaral Bhojpuri kavita
" जरल "
( Jaral )
पहिले अपना के झांक
तब दुसरा के ताक
काहे तु हसतारे
कवन कमी तु ढकतारे
घुट-घुट के मरतारे
दुसरा से जरतारे
तोहरों में बा कुछ अच्छा...
जंगल | Jungle par Bhojpuri kavita
" जंगल "
( Jungle )
जंगल हऽ देश के थाथी
जे में रहे हाथी
गाछ, पेड़ बरसाती
चिता, शेर अउर कई गो जाती
जंगल हऽ देश के थाथी
जे में...