बसंत | मनहरण घनाक्षरी | Basant ritu par chhand
बसंत
हर्षाता खुशियां लाया,
सुहाना बसंत आया।
बहारें लेकर आया,
झूम झूम गाइए।
मधुमास मदमाता,
उर उमंगे जगाता।
वासंती बयार आई,
खुशियां मनाइए।
पीली सरसों महकी,
खिली कलियां चहकी।
फूलों पे भंवरे छाए,
प्रेम गीत गाइए।
प्रीत...
श्रीकृष्ण | Shri Krishna chhand
श्रीकृष्ण
( Shri Krishna )
मनहरण घनाक्षरी
माधव मुरली वाले,
गोकुल के घनश्याम।
नंदलाल गिरधारी,
लीलायें रचाइये।
यशोदा के राजदुलारे,
जन जन के सहारे।
चक्र सुदर्शन धारी,
मुरली बजाइए।
राधा के मोहन प्यारे,
जग के तारणहारे।
जय...
जीत | Jeet
जीत
( Jeet )
मनहरण घनाक्षरी
दिल जितना चाहो तो, दिल में उतर जाओ।
मीठे बोल प्यार भरा, गीत कोई गाइए।
जग जितना चाहो तो, लड़ना महासमर।
शौर्य पराक्रम वीर,...
कण कण पाए हरि | Narayan Hari
कण कण पाए हरि
( Kan kan paye hari )
हरिहरण घनाक्षरी
घट घट वासी हरि, रग रग बसे हरि।
रोम रोम रहे हरि, सांस सांस मिले हरि।
कण...
मां | Maa ke Upar Poem
मां
( Maa )
मोती लुटाती प्यार के, ठंडी आंचल की छांव।
सुख तेरे चरणों में, उमड़े आठों पहर।
प्रेम की मूरत माता, तुम हो भाग्यविधाता।
प्रथम गुरु जननी,...
जीवन के रंग | Chhand Jeevan ke Rang
जीवन के रंग
( Jeevan ke rang )
सुख दुख आते जाते,
पल पल ये मुस्काते।
जीवन के रंग बहते,
डुबकी लगाइए।
कभी ख़ुशी कभी ग़म,
जैसे बदले मौसम।
पतझड़ बहारों में,
आनंद...
लड्डू | Laddoo par Chhand
लड्डू
( Laddoo )मनहरण घनाक्षरी
गोल मटोल मधुर, मीठे मीठे खाओ लड्डू।
गणपति भोग लगा, मोदक भी दीजिए।।
गोंद मोतीचूर के हो, तिल अजवाइन के।
मेथी के लड्डू खाकर,...
शारदे माँ | लावणी छंद
शारदे माँ
( 16 , 14 मात्रा पर यति अनिवार्य
30 मात्रा का मात्रिक छंद
पदांत गुरु वर्ण अनिवार्य )
भक्तों को विद्या देती हैं , कृपा...
स्कंदमाता | माहिया छंद
स्कंदमाता
( Skandmata )
स्कंदमाता कल्याणी
पर्वत निवासिनी
रक्षा करें दुर्गा मां
गूंजता दरबार मां
जयकार हो रही
जले अखंड ज्योत मां
यश वैभवदात्री दो
वरदान भवानी
सुनो महागौरी मां
जय माता जगदंबे
मां शेरावाली
आओ दानव...
डाकिया | Chhand dakiya
डाकिया
( Dakiya )
मनहरण घनाक्षरी
सुख-दुख के संदेश,
खुशियों के प्यार भरे।
डाकिया का इंतजार,
होता घर द्वार था।
आखर आखर मोती,
चिट्ठी की महक लाता।
इक छोटा पोस्टकार्ड,
कागज में प्यार था।
चूड़ियों...