जिंदगी किरदार से ज्यादा कुछ नहीं | Zindagi Kirdar

जिंदगी किरदार से ज्यादा कुछ नहीं ( Zindagi Kirdar se jyada kuchh nahin )   जिंदगी किरदार से ज्यादा कुछ नहीं। बंदगी प्रभु प्यार से ज्यादा कुछ नहीं। रंगमंच...

बंजारा के मुक्तक | Banjara ke Muktak

मूर्खतंत्र ईसा- पूर्व तो सबसे ऊपर -- मनु ही सरमाया था फिर राजतंत्र के दौर में -- रक्त सबका गरमाया था आखिरकार लोगों ने त्रस्त हो कर...

जो ना मचले जवानी जवानी नहीं | Jawani

जो ना मचले जवानी जवानी नहीं ( Jo na machle jawani jawani nahi )    जो ना मचले जवानी जवानी नहीं। कह ना सके कहानी कहानी नहीं। दिल का...

खुशनसीब | Khushnaseeb

खुशनसीब ( Khushnaseeb )    खुशनसीब होते वो लोग जो हंसकर जी लिया करते हैं। भोली मुस्कान रख चेहरे पर दिल जीत लिया करते हैं। जवानी के मद में...

बसंत | Basant par Muktak

बसंत ( Basant )   आ गया मधुमास सुहाना चली मस्त बयार। सर्दी को अलविदा कहने लगे सब नर नार। फागुन महीना आया खिलने लगी धूप भी। लगे पुष्प सारे...

परवरिश | Parvarish Par Muktak

परवरिश ( Parvarish )   पालते लाड प्यार से, ममता दुलार से। खुशियों बहार से, मीठी पुचकार से। रखे औलाद को, दुनिया में मां बाप। आंखों का तारा हमे, दिलों...

उमंगों की पतंगे उड़ाओ | Umang par kavita

उमंगों की पतंगे उड़ाओ ( Umangon ki patang udao )   उमंगों की पतंगे लेकर आओ मचाए हम भी शोर। गली गली घूमते गाते चले आई है सुहानी...

आरजू | Aarzoo par muktak

आरजू ( Aarzoo )    एक आरजू एक तमन्ना एक मेरी अभिलाषा। अटल रहूं सीमा पे धर रण कौशल की भाषा। जोश जज्बा रग-रग में हौसला है भरपूर मेरा। तिरंगा...

पदांत आंसू | Aansoo par muktak

पदांत आंसू ( Padant aansoo )    सारे पापों को धो देते हैं वो प्रायश्चित के आंसू। प्रेम का उमडता सागर नैन छलक आते आंसू। महकते फूल प्यारे अब...

घुंघट | Muktak in Hindi

घुंघट ( Ghoonghat )    शर्म दर्शाता नारी घूंघट सुंदरता का आवरण बुजुर्गों के सम्मान की छवि मर्यादा का चरण सनातन संस्कृति में रिवाज मुगलकाल पनपा उग्र शासक भय से...