गुडडू के नाम पत्र

गुडडू के नाम पत्र मेरा और तुम्हारा साथ करीब 2 वर्ष पुराना है। मुझे याद है जब तुम पहली रात को मुझे मिली थी। तुम...

साक्ष्य | Hindi Vyang

साक्ष्य ( Sakshya : Hindi Vyang ) महाराज दुष्यंत के युग में वही विधायिका थे, वही कार्यपालिका थे एवं वही न्यायपालिका थे। इस व्यवस्था के कई...

Hindi Kavita By Binod Begana -कैसे-कैसे लोग

कैसे-कैसे लोग ( Kaise-Kaise Log )    अक्ल के कितने अंधे लोग। करते क्या-क्या धंधे लोग।  मासूमों के खून से खेले, काम भी करते गंदे लोग।  रौब जमा के अबलाओं पर, बनते...

भविष्यकर्ता | डॉ.कौशल किशोर श्रीवास्तव की कलम से

भविष्यकर्ता ( Bhavishyakarta ) उनकी समझदार पत्नी में उन्हें पुनः समझाने का निरर्थक प्रयास करते हुये कहा “मन्त्री ने निमन्त्रण पत्र मतदाता सूची देख कर वितरित...

माॅ का आर्शीवाद | डॉ.कौशल किशोर श्रीवास्तव की कलम से

दिन में तीन या चार बार गरमागरम खाने से औलाद का पेट भरने के साथ साथ मां पर यह कर्तव्य भी निर्धारित किया गया...

स्वर्ग में कोरोना | Kahani

स्वर्ग में कोरोना  ★■★ब्रह्मलोक में दरबार सजा हुआ है। ब्रह्मा जी की अध्यक्षता में देवराज इंद्र, रुद्र, गणेश जी, कार्तिकेय, समस्त लोकों से आये देवगण...

आध्यात्मिक गुरु का इंटरव्यू | Vyang adhyatmik guru ka interview

आध्यात्मिक गुरु का इंटरव्यू ( Adhyatmik guru ka interview )  गुरू ने मेकअप करने में 2 घंटे लगा दिये वे जब फ्रेम में आये तो उन्होने...

लाइन ऑफ फायर | Vyang

लाइन ऑफ फायर ( Line of fire : Hindi Vyang )  जनरल के नाम में ही रफ लगा है फिर उनसें साफ सुथरे व्यौहार की आशा करने...

खैराती अस्पताल का मरीज | डॉ.कौशल किशोर श्रीवास्तव की कलम से

खैराती अस्पताल का मरीज वे तीन डाॅक्टर थे ओर वह एक मरीज था । मरीज डाॅक्टरों को एक घन्टे से देख रहा था। पर वे...

मंत्री की खोपड़ी | Political Vyang

मंत्री की खोपड़ी ( Mantri ki khopdi : Vyang ) मंत्री बनने के बाद प्रेमदास जी ने कभी घर पर खाना नहीं खाया। कभी किसी सरपंच...