भारत के वीर जवान | Bharat ke Veer Jawan

भारत के वीर जवान ( Bharat ke veer jawan )    हे भारत के वीर जवान तुम सबको है सादर प्रणाम, भारत माता के हृदय पर लिखा है...

खुद से पहले देश की सोचो | Desh Prem par Kavita

खुद से पहले देश की सोचो ( Khud se pahle desh ki socho )   खुद से पहले देश की सोचो, स्वार्थ को सब त्यागो। देश प्रेम की...

मेरी मां | Maa ka Sansmaran

संस्मरण: १ मां के जीवन के बारे में कई दिनों से लिखने का प्रयास कर रहा हूं परंतु सोचता हूं की मां के जीवन को...

तेरी सुंगध को | Teri Sugandh ko

तेरी सुंगध को ( Teri sugandh ko )   तेरी सुगंध को लालायित ,हर सुमन यहाँ अकुलाता है। अधरों पर मेरे नाम अगर ,तेरा जब-जब आ जाता है जब...

कोई अपना यार नहीं | Koi Apna Yaar Nahin

कोई अपना यार नहीं ( Koi apna yaar nahin )   कोई अपना यार नहीं तन्हा हूँ दिलदार नहीं हूँ सच्चा में भरा वफ़ा कोई मैं अय्यार नहीं देखें है वो...

शुक्र है | Shukar hai

शुक्र है ( Shukar hai )    बेशक,लगी है आग कस्बे और मुहल्ले मे लेकिन,खुदा का शुक्र है आग हमारे घर से अभी दूर है.... बांध रखे हैं संविधान के बांध हमने खड़े...

लौटआओगे तुम | Love Kavita

लौट आओगे तुम ( Laut aaoge tum )   याद है एक बर्फीली पहाड़ी शाम सफेद चादर सी दूर तक फैली बर्फ देवदार के वृक्ष ठंडे ,काँपतें तुम्हारे हाथों की वो छूअन मात्र से पिघलने लगा मेरा...

हर दिन | Har Din

हर दिन ( Har din )    ज़िन्दगी हर दिन एक नयी चाल है इंसा दिन-ब-दिन हो रहा बेहाल है। कोई चराग बन जल रहा हर पल जाने किसका घर...

निकम्मा | Nikamma

उसे सभी निकम्मा कहते थे। वैसे वह 15 -- 16 साल का हो चुका था लेकिन उसका मन पढ़ने लिखने में नहीं लगता था...

बागबा | Bagba

बागबा ( Bagba )    तुम तो बागबा थे तुम्हारे खिलाए हुए फूल,आज भी किए हैं गुलजार गुलशन को.... आप अपने ही लगाए कांटों की बाड़ मे कर लिए पैर जख्मी कसूर तो...