गुमनाम प्रतिभा | Pratibha Sinha
कहते हैं किसी भी इंसान के जीवन में एक वक्त ऐसा जरूर आता है जब उसे महत्वपूर्ण निर्णय लेना होता है। यह निर्णय उसकी...
तुम मेरे हो | Geet
तुम मेरे हो
( Tum mere ho )
तुम मेरे हो तुम मेरे हो, सुंदर शाम सवेरे हो।
जीवन की बगिया में तुम, खिलते फूल घनेरे...
रोज़ है इंतजार सावन का | Sawan par Shayari
रोज़ है इंतजार सावन का
( Roz hai intezar sawan ka )
रोज़ है इंतजार सावन का
आकर बरसें अब प्यार सावन का
ऐसा बूंदों में ही बजे...
गुरु शिष्य का भाग्य संवारते | Kavita
गुरु शिष्य का भाग्य संवारते
( Guru shishya ka bhagya sanwarte )
किस्मत का ताला खुल जाता,
गुरु शिष्य का भाग्य विधाता।
ज्ञान ज्योति जगा घट घट में,
अंतर्मन...
रोज़ रब से मैं यारों ख़ुशी मांगता हूँ | Ghazal
रोज़ रब से मैं यारों ख़ुशी मांगता हूँ
( Roz rab se main yaron khushi mangata hoon )
रोज़ रब से मैं यारों ख़ुशी मांगता हूँ!
दूर...
रात भर हम करवटें बदलते है | Ghazal Raat bhar
रात भर हम करवटें बदलते है
( Raat bhar hum karvaten badalte hai )
रात भर हम करवट बदलते है !
याद में उसकी रोज़ जलते है
जिंदगी...
साजन | Virah
साजन
(Saajan )
( सायली छंद - विरह )
साजन
सावन आया
प्रेम ऋतु छाया
पुरवा बयार
हर्षाया
मेरा
चंचल मन
पिया अब आजा
तडपत मनवा
मचलत
रतिया
कटती नाहीं
विरह वेदना जाए
याद करे
पछताए
घबराए
नाही आगे
नन्द के लाल
मदन गोपाल
घनश्याम
कवि : ...
फूलों सा मुस्काता चल | Hindi Poetry
फूलों सा मुस्काता चल
( Phoolon sa muskata chal )
फूलों सा मुस्काता चल, राही गीत गाता चल।
मंजिल मिलेगी खुद, कदम बढ़ाना है।
आंधी तूफान आए, बाधाएं...
तुम्हे चाहा अधिक सारे जहां से | Kavita
तुम्हे चाहा अधिक सारे जहां से
( Tumhe chaha adhik sare jahan se )
तुम्हे चाहा अधिक सारे जहां से।
मुकद्दर मैं मगर लाऊ कहां से।।
ऐ मेरी ...
जल बिन | Kavita
जल बिन
( Jal Bin )
इकदिन समंदर भी सूख जाएगा व्यर्थ पानी बहाया जा रहा
घर-घर लगाकर समरसेबुल व्यर्थ पानी बहाया जा रहा
जहां थी जरूरत सभी...