बेजुबान की आवाज़ | Kavita
बेजुबान की आवाज़
( Bezubaan ki awaz )
महाकाल तेरे इश्क़ में, चूर हो गया।
ये लिखने पर, मजबूर हो गया।
मैं नहीं था बुरा, मुझे तुमने बनाया...
मुझे उड़ने दो | Women’s day special kavita
मुझे उड़ने दो
( Mujhe udne do : Hindi poem )
मैं तितली हूं..
मुझे उड़ने दो ।
मुझे मत रोको,
मुझे मत टोको,
मुझे नील गगन
की सैर करने दो...
इंसान बनो | Insan bano kavita
इंसान बनो
( Insan Bano : Kavita )
ये हर तरफ क्या हो गया है,
क्यों हर जगह उदासी का मंजर है ।
लोग छोटी-छोटी बातों पर,
क्यों बेवजह...
प्रकृति से खिलवाड़ मत करो | Poem on prakriti
प्रकृति से खिलवाड़ मत करो
( Prakriti se khilwar mat karo )
१) प्रकृति से खिलवाड़ मत करो, कुछ सोचो अत्याचार न करो
प्रकृति है तो हमारा...
Hindi kavita : मेरी इच्छा
मेरी इच्छा
( Meri ichha : Kavita )
काश हवा में हम भी उड़ते
तितलियों से बातें करते