मैं फ़कीर वो बादशाह

Kavita main Faqeer | मैं फ़कीर वो बादशाह

मैं फ़कीर वो बादशाह ( Main faqeer o baadshah )   दीन दुःखी के मालिक हो, हो करूणा अवतार मेरी  भव  बाधा  हरो, आन  पड़ी  हूं  द्वार।   तुम सम दानी नहीं,हम सम याचक और, मैं फ़कीर वंदन करुं, चरणों में मांगू ठौर।   तुम हो जग के बादशाह, मेरी क्या औकात। तुमने  दी  सांसें …

तंबाकू निषेध

Essay In Hindi | तंबाकू निषेध

निबंध : तंबाकू निषेध ( Smoking Prohibition :Essay In Hindi ) प्रस्तावना (Introduction) : – तंबाकू के दुष्प्रभाव से आज भारत ही नहीं बल्कि विश्व के कई देश प्रभावित है। विकसित देशों के साथ-साथ विकासशील देशों में भी इसके दुष्प्रभाव देखने को मिल रहे हैं। तंबाकू से तैयार होने वाले विभिन्न तरह के उत्पाद जैसे…

चंद्रवार का गृहकार्य

Kavita Chandrawar | चंद्रवार का गृहकार्य

चंद्रवार का गृहकार्य ( एक विलोमपदी )   टेक धन लोलुप भेड़ियों के झुंड में प्रजातंत्र, अकेली भेड़ सा घिर गया है। आदर्शवाद की टेक पर, चलते – चलते, कटे पेड़ सा गिर गया है। मुट्ठी भर सत्पुरुष लजा- लजा कर सिर धुन रहे हैं, और अनगिनत कापुरुष राजा, नित नया जाल बुन रहे हैं।…

तुझ संग जुड़े नेह के तार

Romantic Kavita | तुझ संग जुड़े नेह के तार

तुझ संग जुड़े नेह के तार ( Tujh sang jude neh ke taar )   जीवन पथ की हमसफर हो मेरे  दिल  का  तुम करार मधुर संगीत का साज हो तुम संग जुड़े नेह के तार   कितना प्यारा प्यारा लगता सुंदर   सुंदर   यह   संसार हर्षित मन का कोना कोना तुझ  संग जुड़ें नेह के…

दिल में इतनी बढ़ गई है दूरियां

Hindi Ghazal on love | दिल में उनसे बढ़ गई है दूरियां

दिल में उनसे बढ़ गई है दूरियां ( Dil mein unse badh gayi hai dooriyan )   दिल में उनसे बढ़ गई है दूरियां।। रास  आने  है  लगी  तन्हाइयां ।।   फ़ासलाअब बढ़ गया है इस कदर।। साथ  रहना  बन  गया  मज़बूरियां।।   ग़म बढ़ा हद से ज़ियादा जब मेरा। दिल को तब भाने लगी…

हसीन सपने

Hasya Kavita in hindi | हसीन सपने

हसीन सपने ( Haseen sapne )   बैठे थे हम महफिल में, हसीनो के बीच, बालों को रंगवा कर। और हरकत थी कुछ ऐसे जैसे 60 में से 40 घटा कर। महफिल भी जवां और दिल भी जवां। मन में सावन ऐसे झूम रहा था, जैसे आवारा, बादल चूम रहा था। हमने भी, हमने भी,…

अधरों पर मुस्कान है कविता

Kavita | अधरों पर मुस्कान है कविता

अधरों पर मुस्कान है कविता ( Adharon par muskan hai kavita )   अधरों पर मुस्कान है कविता कवि ह्दय के भाव है कविता उर  पटल  पर  छाप छोड़ती सप्त सुरों की शान है कविता   वाणी का उद्गार है कविता वीणा की झंकार है कविता छू  जाती  मन  के तारों को देशभक्ति का गान…

वैश्विक तापवृद्धि

Kavita | वैश्विक तापवृद्धि

वैश्विक तापवृद्धि ( Vaishvik Tap vridhi )   पहुँचाकर क्षति प्राकृतिक संपदा को हे मानव तुम इतना क्यों इतराते हो यह पर्यावरण तुम्हारे लिए है इसमें तुम अपने ही हाथो आग लगा कर वैश्विक   ताप   बढ़ाते   हो  ।।   जब जंगल होगा तब मंगल होगा यही समझना होगा अब सबको! पर्यावरण को दूषित करने बालों…

कुंभ की धार्मिक महत्व

Kavita | कुंभ की धार्मिक महत्व

कुंभ की धार्मिक महत्व ( Kumbh ka dharmik mahatva )   सनातन धर्म की पौराणिकता को, याद दिलाता है यह कुंभ । बारह वर्षों में एक बार ही , आता है यह कुंभ ।   सभी देवों का धरती पर , होता जिस पल आगमन । संघ साधु संत के सानिध्य का , अवसर दे…

बच्चों की हिन्दी लिखावट

hindi poem on child | बच्चों की हिन्दी लिखावट

बच्चों की हिन्दी लिखावट ( Bacchon ki hindi likhawat )   देख टूट रही है आशा, छा रही मन में निराशा। दशा व दिशा, सुन उनके मन की व्यथा; कहूं क्या मैं कथा? देख सुन हैरान हूं, परेशान हूं। लकीरें चिंता की खिंच आई हैं, लाकर काॅपी जो उसने दिखाई है। माथा पकड़ लिया हूं,…