हवाई महल | Kavita Hawai Mahal
हवाई महल
( Hawai Mahal )
पानी मे लकीर बनती नही
घड़े पर पानी ठहरता नहीं
भरी हो नींद, खुली आँखों में जिनकी
उनके आगे से कोई गुजरता...
पुनर्जन्म | Kavita Punarjanm
पुनर्जन्म
( Punarjanm )
मैंने सबसे कीमती वस्तु को, तलाशना चाहा,
हीरे-जवाहरात , मणि माणिक ,
सभी लगे मिट्टी के धूल समान, मैं अपनी धुन में,
खोजता चला जा...
होली में बरसे रंग प्यार के | Kavita Holi me
होली में बरसे रंग प्यार के
( Kavita Holi me Barse Rang Pyar ke )
होली मे बरसे रंग प्यार के,
आओ रंग दे तुम्हें गुलाल...
आनंदिता स्पंदन | Kavita Aanandita Spandan
आनंदिता स्पंदन
( Aanandita Spandan )
आनंदिता स्पंदन, चिन्मय पथ पर
नेह अंतर मंगल प्रवाह,
सुख वैभव क्षणिक धार ।
तात्विक तथ्य गहन मंथन,
ज्योतिर्मय दर्शन साकार ।
चंचल चितवन...
ख़्वाब में तुम | Ghazal Khwab mein Tum
ख़्वाब में तुम
( Khwab mein Tum )
मेरे ख़्वाब में तुम आए थे या फ़क़त वहम था,
तुम ही तुम दिख रहे थे ऐसा खोया...
दीवार | Kavita Deewaar
दीवार
( Deewaar )
गुड़िया सी जिंदगी होती नहीं
हर इंसान मे बंदगी होती नहीं
मिलते हैं काफ़िर भी नमाजीभी
एक सी सब की हस्ती होती नही
राहे उल्फत भी...
शिक्षा का आधार | Kavita Shiksha ka Aadhar
शिक्षा का आधार
( Shiksha ka Aadhar )
इल्म की रौशनियाँ जग में जो फैलाते हैं,
ज़िन्दगी जीने का गुर जो हमें सिखाते हैं,
लड़खड़ाहती है ,...
उमंग | Kavita Umang
उमंग
( Umang )
भारतवर्ष हमारा है विकसित,
सभ्यता,संन्कृति भी है उन्नत,
षटॠतुऔं का होता आवाजाही
हर ॠतु में आते पर्व,वर्चस्व,माही।।
फाल्गुन पूर्णिमा में होली तौहार
रंग,गुलाल का बासंती विहार,
नाना...
होली के रंग | Poem Holi ke Rang
होली के रंग
( Holi ke Rang )
होली के इन्द्रधनुषी रंग,
बड़े लाजवाब हैं।
जो ऐंठे रहते हैं हरदम,
और नाक पे गुस्सा,
उनके लिये इस होली में
बढ़िया...
परख | Kavita Parakh
परख
( Parakh )
न था आज कल से जुदा
न होगा आज कल से
होती नही स्थिरता जल में कभी
हो रही नित हलचल से
जुड़ा है धागा...