आओ रुक जायें यहीं

आओ रुक जायें यहीं   आओ रुक जाए यही कुछ सुकून तो मिले रफ्ता रफ्ता जिंदगी से कुछ निजात मिले   हम भी बहके से चले राहे उल्फत में कभी याद करते हैं तुम्हें कहाँ भूले हैं अभी   बात वो रुक सी गई बात जो कह ना सकी दिल ऐ आइने में अभी एक … Continue reading आओ रुक जायें यहीं