तुम्हारे दर्द रह रह कर के तड़पाते अभी भी हैं
तुम्हारे दर्द रह रह कर के तड़पाते अभी भी हैं तुम्हारे दर्द रह रह कर के तड़पाते अभी भी हैं,तुम्हें हम प्यार दिलबर करके पछताते अभी भी हैं । कई आए गए मौसम जुलाई से दिसम्बर तक,मेरी पलकों की किस्मत में तो बरसाते अभी भी हैं । कहे थे लफ़्ज़ जो तुमने मेरे कानों में…