आरंभ ही अंत है | Aarambh hi Ant Hai
आरंभ ही अंत है ( Aarambh hi ant hai ) मत सोच ये कि तूने क्या किया है, जो पाया उसमें भी कुछ खोया है, हर हार में भी तेरी जीत है, कितना भी सुलझा ले खुद को तू, तुझे नीचा दिखाना यही दुनियां की रीत है, तू गिरकर संभलने के भरसक प्रयास कर, … Continue reading आरंभ ही अंत है | Aarambh hi Ant Hai
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed