दिल में मेरे बसी आरजू बनके वो | Ghazal

दिल में मेरे बसी आरजू बनके वो ( Dil mein mere basi aarzoo banke wo )     दिल में मेरे बसी आरजू बनके वो आती होठों पे ही गुफ़्तगू बनके वो   सांसें महकी मुहब्बत से उसकी मेरे चाँद सी आये जब हू ब हू बनके वो   ढूँढ़ता  हूँ  उसे  मैं  गली  हर  … Continue reading दिल में मेरे बसी आरजू बनके वो | Ghazal