आचार्य श्री महाश्रमण जी | Acharya Shri Mahashraman Ji

आचार्य श्री महाश्रमण जी ( Acharya Shri Mahashraman Ji ) गण के है आप जयोतिर्धाम । अभिनव चिन्तन गहरा मंथन । प्राप्त हुए हमको ग्याहरवें गण सरताज । नेमा प्यारे झूमर नन्दन, है गण के देदिप्यमान सितारे। झूमरकुल उजियारे , है गण के दुलारे । मनमोहक है आकर्षण , लाखों – लाखों के है तारे … Continue reading आचार्य श्री महाश्रमण जी | Acharya Shri Mahashraman Ji