आज़ादी ऐ वतन का | Ghazal Azadi – e – Watan Ka

आज़ादी ऐ वतन का ( Azadi – e – Watan Ka ) बेशक वरक़ वरक़ पे ही कोई नज़र रहे उन्वान दास्तान का हम ही मगर रहे जब तक हैं लाल तेरे यहाँ मादर-ऐ-वतन फहरेगा चोटियों पे तिरंगा ख़बर रहे आज़ादी -ऐ-वतन का ये जलता रहे दिया यारो हवा के रुख पे बराबर नज़र रहे … Continue reading आज़ादी ऐ वतन का | Ghazal Azadi – e – Watan Ka